Last Updated: Thursday, February 28, 2013, 17:29

नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कहना है कि भारत और ईरान को द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए काम करना चाहिए। ईरानी असेम्बली के स्पीकर अली अरदेशीर लारीजानी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने बुधवार को कहा, `भारत और ईरान को द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए, ताकि इसका लाभ दोनों देशों के नागरिकों को मिल सके।`
मुखर्जी ने कहा, `हमें व्यापार एवं आर्थिक क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने और लोगों के बीच तथा क्षेत्र में संपर्क बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए।` उन्होंने कहा कि ईरान आज भी भारत को कच्चे तेल का निर्यात करने वाला महत्वपूर्ण स्रोत है और भारतीय बाजार ईरानी निर्यात के लिए खुले हैं। भारत को उम्मीद है कि ईरान अपने देश से अधिक वस्तुओं का निर्यात करेगा।
मुखर्जी ने कहा कि आतंकवाद, ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण एवं प्राकृतिक आपदाओं से निपटना देानों देशों की प्रमुख चुनौतियां हैं। अफगानिस्तान में शांति एवं स्थिरता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए यह आवश्यक है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 28, 2013, 17:29