Last Updated: Saturday, July 13, 2013, 19:44
नई दिल्ली : भाजपा और उसकी चुनाव अभियान समिति के प्रमुख नरेन्द्र मोदी पर कांग्रेस द्वारा ध्रुवीकरण का आरोप लगाए जाने के दूसरे दिन मुख्य विपक्षी दल ने पलटवार करते हुए आज कहा कि मुस्लिम समुदाय से जुड़े आतंकवाद के मामलों में विशेष कार्य बल का गठन करने का प्रस्ताव करके सरकार धार्मिक आधार पर भारत का ध्रुवीकरण करने की साजिश रच रही है।
पार्टी की प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने यहां कहा, ‘कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह भारत को धार्मिक आधार पर बांटना चाहती है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के. रहमान खान ने मुस्लिम समुदाय के सदस्यों से जुड़े आतंकी मामलों को देखने के लिए विशेष कार्य बल गठित करने का प्रस्ताव रखा है, जो भारत का ध्रुवीकरण करने की कांग्रेस की चल रही रणनीति का अतिरिक्त परिशिष्ट है।’ उन्होंने कहा, ‘यह दुष्ट शासन ऐसी मिथ्या धारणा बनाना चाहता है कि मुसलमानों को झूठे मामलों में निशाना बनाया जा रहा है, जबकि निर्दोष हिन्दुओं के विरुद्ध झूठे मामले लंबित हैं। कुछ मामलों में (हिन्दुओं के) आरोप पत्र तक दाखिल नहीं किए गए हैं और इस तरह वे कांग्रेस की सरकारों में अवैध हिरासत में रह रहे हैं।’
लेखी ने कहा कि भाजपा आतंक के मामलों में सिखों, हिन्दुओं और ईसाइयों के प्रति ‘भेदभाव’ बरतने के किसी प्रयास और गैर मुस्लिम समुदाय के लोगों को चुनिंदा आधार पर निशाना बनाकर जेल में डाले रहने पर कड़ी आपत्ति जताती है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में कई ईसाई इस पार्टी (कांग्रेस) के कारण अवैध हिरासत में हैं। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री को निशाना बनाते हुए लेखी ने कहा, ‘मुसलमानों का मसीहा बनने वाले रहमान खान को लेकर ऐसी खबरें हैं कि कर्नाटक में वक्फ संपत्ति के अतिक्रमण और उसे अवैध ढंग से बेचने के कथित तौर पर 2 लाख करोड़ रुपयों के घोटाले में वह लिप्त हैं।’
सत्तारुढ़ दल पर प्रहार जारी रखते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, `सत्ता की लालच में कुछ कांग्रेसी नेता मुठभेड़ों के बारे में झूठे तथ्य पेश कर रहे हैं, जबकि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के आंकड़े दर्शाते हैं कि कांग्रेस शासित राज्यों में कहीं अधिक फर्जी मुठभेड़ हुई है और उन मुठभेड़ों में हिन्दू अधिक मारे गए हैं।` आयोग के आंकड़ों के हवाले से उन्होंने कहा कि 1993 के बाद से फर्जी मुठभेड़ों की 1262 शिकायतें आई जिनमें अधिकतर हिन्दू मारे गए। इन मुठभेड़ों में 203 मुस्लिम मारे गए हैं।
भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जानबूझ कर यह सुनिश्चित किया कि मुस्लिम कभी खुशहाल नहीं हों और इसलिए आजादी के बाद इतने सारे साल गुजर जाने पर भी भारतीय मुसलमानों के हालात में बदलाव नहीं आया। लेखी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन में कई मुस्लिम जातीय समूहों की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया। कांग्रेस अपने भ्रष्ट दलों के गठबंधन के साथ अल्पसंख्यकों में असुरक्षा की मिथ्या भावना पैदा करती रही जिससे सभी नागरिकों को मुख्यधारा में लाने में बाधा बनी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 13, 2013, 19:44