Last Updated: Saturday, December 15, 2012, 19:29
हैदराबाद : नौसेना प्रमुख एडमिरल डी. के. जोशी ने आज कहा कि भारतीय सैन्य बल में तेजी से आधुनिकीकरण हो रहा है इसमें तेजी से बदलाव आ रहे हैं । उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने काम के दौरान चुनौतियों से निपटने के कौशल से लैस किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, आप ऐसे समय में सेना में शामिल हो रहे हैं जब हमारी सेना आधुनिक हो रही है और तेजी से बदल रही है। नई प्रौद्योगिकी में महारत हासिल करना और बदलाव को अपनाना चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा, युद्ध में अगर आप खुद की शत्रु से तुलना करें, विमान की विमान से और हथियारों की तुलना हथियारों से करें तो बहुत अंतर नहीं है। परिणाम आपके नियंत्रण की गुणवत्ता, युक्तियों की पूर्णता, आपके साहस और आपके नेतृत्व पर निर्भर करता है। वह डुंडीगल में भारतीय वायुसेना अकादमी में संयुक्त ग्रेजुएशन परेड की समीक्षा के बाद कमीशन प्राप्त नए अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे ।
उन्होंने युवा अधिकारियों से नेतृत्व, ईमानदारी, प्रबंधन कौशल आदि गुण विकसित करने पर जोर दिया। नौसेना प्रमुख ने फ्लाईट कैडेटों को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया। 31 महिला कैडेट सहित कुल 221 फ्लाईट कैडेट वायुसेना अकादमी से पास हुए और भारतीय वायुसेना में सम्मिलित हुए। फ्लाइंग आफिसर अंकित गोयल को राष्ट्रपति पदक और वायुसेना प्रमुख के ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, December 15, 2012, 19:29