नीतीश का थर्ड फ्रंट के गठबंधन की संभावना से इंकार नहीं -Nitish Kumar doesn`t rule out Third Front

नीतीश का थर्ड फ्रंट के गठबंधन की संभावना से इंकार नहीं

नीतीश का थर्ड फ्रंट के गठबंधन की संभावना से इंकार नहींपटना : नरेंद्र मोदी को भाजपा की चुनाव अभियान समिति का प्रमुख नियुक्त किए जाने को लेकर राजग में हो रहे कोलाहल के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी गठबंधन के हालिया घटनाक्रम से चिंतित है लेकिन गठजोड़ के संबंध में कोई फैसला जदयू में विचार विमर्श के बाद ही लिया जाएगा।

कुमार ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल और ओड़िशा के मुख्यमंत्रियों के संपर्क में हैं लेकिन यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि क्षेत्रीय दलों द्वारा कोई संघीय मोर्चा बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी तथा पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह ने उनसे बातचीत की और गठबंधन से संबंधित मुद्दों पर विचार विमर्श किया।

उधर, भाजपा-जेडीयू के संबंधों में आई खटास के बाद संभावित गैर कांग्रेस एवं गैर भाजपा के गठजोड़ की आस लिए हुए समाजवादी पार्टी ने भी उनकी उम्मीद का समर्थन किया। तीसरे मोर्चे की संभावना हांलाकि माकपा, जनतादल (एस) और राजद को नहीं नजर आती हांलाकि तेलगु देशम पार्टी ने तीसरे मोर्चे के गठन के विचार को अपना समर्थन दिया है।

सत्रह साल पुराने भाजपा जदयू गठबंधन में अनिश्चतता के बादल घिरने के साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से फोन पर कल बात की। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस नेता द्वारा प्रस्तावित संघीय मोर्चा मूर्त रूप ले सकता है। पटनायक पहले ही कह चुके हैं कि गैर कांग्रेस और गैर भाजपा गठबंधन का गठन करने की गुजांइश है।

नीतीश कुमार ने कहा कि आडवाणी ने कुछ मुद्दों पर विचार विमर्श किया और कुछ बातें कहीं। हम उन पर अपनी बैठक में चर्चा करेंगे। हम उन बातों का संज्ञान लेंगे, हम सभी मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगे। उसके पहले कुछ भी कहना मेरे लिए उचित नहीं होगा। सेवा यात्रा के तहत कटिहार रवाना हो रहे कुमार ने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि लेकिन हम पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम से चिंतित हैं।

कुमार ने संकेत दिया कि विशेष दर्जा और केंद्रीय कोष के संबंध में बिहार, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और झारखंड की कुछ समस्याएं एक समान हैं और इससे उन्हें अपनी मांगों पर दबाव बनाने में मदद मिलेगी। हालांकि उन्होंने जदयू, बीजद और तृणमूल कांग्रेस के बीच किसी राजनीतिक गठबंधन की संभावना से इंकार नहीं किया।

कुमार ने कहा कि ममता बनर्जी ने मुझसे फोन पर बात की और उनकी राय है कि बिहार, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल तथा झारखंड की कुछ समस्याएं एक समान हैं और हमें उन पर एक साथ सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हम सब एक साथ समस्याओं को समझते हैं और एक साझा मोर्चा बनाते हैं तो अच्छा होगा। यह शुरूआती चरण में है और यह अनुमान नहीं लगाया जाना चाहिए कि राजनीतिक मोर्चा का गठन हो गया है।’ कुमार ने पहले संकेत दिया था कि मोदी की नियुक्ति के बाद उनकी पार्टी के राजग में बने रहना कठिन होगा। उन्होंने कहा कि जदयू तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहा है।

उन्होंने कहा कि हम आडवाणी, राजनाथ सिंह और मुरली मनोहर जोशी के साथ विचार विमर्श सहित सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे और उचित फैसला करेंगे। (एजेंसी)

First Published: Thursday, June 13, 2013, 13:47

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