Last Updated: Saturday, September 22, 2012, 17:55

नई दिल्ली : प्रधान न्यायाधीश एस.एच. कपाडिया ने प्राकृतिक संसाधनों के मूल्य निर्धारण को लेकर चल रहे विवाद के संदर्भ में आज कहा कि नुकसान एक हकीकत है और मुनाफा या फायदा विचार से जुड़ी बात है। उन्होंने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में अनुमानित नुकसान या कोल ब्लॉक आवंटन में निजी कंपनियों को फायदा होने के संबंध में कैग की रिपोर्ट को लेकर विवाद का सीधे तौर पर उल्लेख नहीं किया लेकिन मूल्य निर्धारण को लेकर चल रहे विवाद की ओर ध्यान जरूर आकृष्ट किया।
न्यायमूर्ति कपाडिया ने आर्थिक स्थिति पर प्रधानमंत्री के कल के राष्ट्र के नाम संबोधन की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने दुर्भाग्यपूर्ण दिन की याद दिलाते हुए कहा है कि अगर हम सतर्क नहीं रहे तो युवाओं को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने यहां आर्थिक वृद्धि एवं एशिया में कॉरपोरेट वातावरण में बदलावों पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘कई बार हम कुछ टीवी कार्यक्रम देखते हैं और अपनी धारणा बनाते हैं। हममें से कितने लोग मूल्य निर्धारण के बुनियादी सिद्धांतों को जानते हैं। आज मूल्य निर्धारण को लेकर कई विवादों पर चर्चा हो रही है लेकिन मूल्य निर्धारण का मूलभूत सिद्धांत है कि नुकसान हकीकत है और लाभ विचार से जुड़ा मामला है।’
उन्होंने कहा, ‘कृपया इस कसौटी को मौजूदा विवाद पर लागू करें। मैं और कुछ भी चर्चा नहीं करना चाहता। नुकसान हकीकत है और लाभ विचार से जुड़ा मामला है।’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए अगर आप इन सिद्धांतों को समझते हैं तो हम सही-गलत को समझ पाने में सक्षम होंगे। हमारी धारणा और अच्छी होगी और हम जानते हैं कि जूता कहां काटता है।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 22, 2012, 17:55