Last Updated: Thursday, August 15, 2013, 22:53
मुंबई/नई दिल्ली : नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक में विस्फोट और आग लगने के बाद से लापता नौसेना के 18 नौसेनिकों का पता लगाने के लिए गोताखोरों को आज कम दृश्यता के बीच पानी में संघर्ष करना पड़ा। इन 18 नौसेनिकों के मारे जाने की आशंका है।
नौसेना की गोदी पर स्थित पनडुब्बी में मंगलवार की देर रात हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों के बाद उस पर सवार नौसेनिकों के बचने की उम्मीद कम होने के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। 18 लापता नौसेनिकों में तीन अधिकारी हैं।
नौसेना की यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार फंसे हुए लोग अभी तक दिखाई नहीं दिए हैं या उनका पता नहीं लगाया जा सका है। विज्ञप्ति में कहा गया कि पनडुब्बी में पानी भर जाने से, उसके अंदर जाने में अत्यंत कठिनाई होने से और उसके अधिकतर उपकरणों के मूल स्थान से हटने के चलते दृश्यता कम होने से गोताखोरों के प्रयासों में अड़चन पैदा हो रही है। विस्फोट की गर्मी से पनडुब्बी के आंतरिक खोल के हिस्सों के पिघल जाने से उसके अंदर के कंपार्टमेंट में जाना दुर्लभ हो गया है।
विज्ञप्ति के अनुसार, पनडुब्बी से पानी को निकालने के लिए भारी पंपों का इस्तेमाल किया जा रहा है। विस्फोट के चलते पनडुब्बी में बड़े स्तर पर समुद्र का पानी चला गया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 15, 2013, 22:53