प्रोन्‍नति में आरक्षण: गतिरोध बढ़ा, संसद में घमासान के आसार

प्रोन्‍नति में आरक्षण: गतिरोध बढ़ा, संसद में घमासान के आसार

प्रोन्‍नति में आरक्षण: गतिरोध बढ़ा, संसद में घमासान के आसार ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो/एजेंसी

नई दिल्‍ली : सरकारी नौकरियों में तरक्की के लिए अनुसूचित जातियों (एससी) और अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के लिए आरक्षण संबंधी विधेयक के मुद्दे पर केंद्र की संप्रग सरकार और समाजवादी पार्टी के बीच टकराव पैदा हो गया। इस मसले पर मंगलवार को भी राज्‍यसभा में घमासान के आसार हैं।

गौर हो कि सरकार को बाहर से समर्थन दे रही सपा ने कहा कि यदि एससी-एसटी को तरक्की में आरक्षण संबंधी विधेयक राज्यसभा में पारित हो गया तो वह चालू सत्र की बची हुई अवधि में सदन की कार्यवाही ठप कर देगी।
विधेयक के मुद्दे पर सपा-बसपा के बीच की प्रतिद्वंदिता में सरकार भी फंसती नजर आई। बसपा ने सरकार पर इस बाबत दबाव बना दिया है कि वह इस विधेयक को जल्द से जल्द पारित करे।

गौरतलब है कि खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के मुद्दे पर बसपा ने दोनों सदनों में सरकार को समर्थन दिया था। मायावती ने कहा कि यदि संशोधन विधेयक पारित नहीं किया गया तो वह कड़ा रुख अख्तियार करेगी। संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर को संपन्न होने वाला है। मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने संकेत दिए कि वह कुछ संशोधनों के साथ विधेयक का समर्थन करेगी। पार्टी ने कहा कि यदि संवैधानिक दायरे में रहते हुए सामाजिक न्याय की दिशा में कदम उठाए जाएं तो वह उसका समर्थन करती है।

सपा और बसपा की खींचतान के बीच सरकार ने कहा कि वह गतिरोध खत्म करने के लिए विचार-विमर्श कर रही है। सपा नेता राम गोपाल यादव ने संवाददाताओं से कहा कि यदि विधेयक को पारित कर दिया गया तो हम सदन को बाधित कर देंगे और इसकी कार्यवाही नहीं चलने देंगे, हम विधेयक का विरोध जारी रखेंगे और हम निलबंन के लिए भी तैयार हैं।

यह सवाल किए जाने पर कि यदि हंगामे के बीच ही सरकार विधेयक पारित कर दे तो पार्टी का क्या रुख होगा, इस पर उन्होंने कहा कि यदि वे विधेयक पारित करने पर अड़े हुए हैं तो हम सदन की कार्यवाही बाधित करेंगे। राज्यसभा में सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी की ओर से विधेयक पेश किए जाने पर सपा नेता ने कहा कि पूरे सदन में खलबली मची हुई थी। इसे पेश किया जाना नियमों के खिलाफ है। यह असंवैधानिक है। इससे समुदायों के बीच नफरत और समाज में दरार पैदा होगी। बसपा ने धमकी दी कि यदि राज्यसभा में विधेयक पारित नहीं कराया गया तो वह कड़ा रुख अख्तियार करेगी।

बसपा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर राज्यसभा की कार्यवाही बाधित कर रही है। पार्टी ने सपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वह विधेयक में अड़ंगा लगाने के लिए भाजपा के इशारे पर काम कर रही है। मायावती ने संवाददाताओं से कहा कि हम दो-तीन और देखेंगे। हम इस मुद्दे पर सरकार के रुख पर नजर रखेंगे। वे क्या करते हैं और राज्यसभा के सभापति क्या कहते हैं। फिर हम फैसला करेंगे और एक कड़ा रुख अख्तियार करेंगे। हमारे लिए एससी एसटी के लिए तरक्की में आरक्षण विधेयक काफी गंभीर मुद्दा है।

एससी एसटी के लिए तरक्की में आरक्षण संबंधी संशोधन विधेयक पेश किए जाने के बाद सोमवार को सदन में हंगामा खड़ा हो गया और इसे दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा। सरकार से सदन में आदेश पेश करने की अपील करते हुए मायावती ने कहा कि मैं संप्रग सरकार से कहना चाहती हूं कि सदन चलाना उनकी जिम्मेदारी है। अब यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सदन को उचित तरीके से चलाए और विधेयक पर चर्चा कराकर इसे पारित कराए।

First Published: Tuesday, December 11, 2012, 09:23

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