फेडरल फ्रंट की कवायद, ममता ने नीतीश और नवीन से की बात

फेडरल फ्रंट की कवायद, ममता ने नीतीश और नवीन से की बात

फेडरल फ्रंट की कवायद, ममता ने नीतीश और नवीन से की बातज़ी मीडिया ब्यूरो
कोलकाता/पटना: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी को सत्ता तक पहुंचने से रोकने के लिए क्षेत्रिय पार्टियों फेडरल फ्रंट बनाएगी। इसके लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को बिहार और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों से बात की। तृणमूल कांग्रेस चीफ ने कहा कि वह नीतीश कुमार और नवीन पटनायक से फेडरल फ्रंट बनाने के मुद्दे पर बात की।

ममता ने जेडीयू जनरल सेक्रेटरी केसी त्यागी से बातचीत के बाद कहा, मैंने नीतीश कुमार से बात की। नीतीश ने कहा कि अगर हम लोग साथ आकर फेडरल फ्रंट बनाते हैं तो बहुत अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा, हम सभी क्षेत्रिय पार्टियों से बात करेंगे। यह केन्द्र में सरकार बनाने के लिए मतदाताओं के सामने तीसरे विकल्प के रूप में होगा। कोलकाता में ममता बनर्जी के दफ्तर जाने से पहले त्यागी ने कहा कि यूपीए और एनडीए फेल हो गए हैं। गौरतलब है कि हाल ही में तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।

ममता ने सोमवार को कहा था कि देश को कुशासन और जन विरोधी नीतियों से मुक्ता कराने के लिए गैर कांग्रेसी और गैर भाजपाई दलों को एक साथ आना चाहिए। बकौल ममता अब समय आ गया है कि सभी क्षेत्रीय दल साथ आएं और अगले लोकसभा चुनाव के लिए फेडरल मोर्चा बनाएं।

उधर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा ने चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाकर जदयू को नाराज कर दिया है। जदयू का भाजपा से 17 साल पुराना गठबंधन टूट की कगार पर है। भाजपा और जदयू के नेता जिस तरह से बयान दे रहे हैं,उससे साफ है कि दोनों पार्टियों का गठबंधन अंतिम सांसे गिन रहा है। इसकी अगले दो तीन दिन में मौत होने वाली है। हालांकि दिल्ली में बैठे भाजपा नेता और जदयू अध्यक्ष शरद यादव गठबंधन को बचाने की कोशिश में लगे हैं।

शरद यादव ने कहा है कि किसी के बयानों पर नहीं जाना चाहिए और पार्टी अभी भी एनडीए का हिस्सा है। गठबंधन जारी रखने या नहीं रखने को लेकर अगले दो दिन में पार्टी की बैठक होगी,उसमें फैसला होगा। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह इस मामले पर खामोश हैं लेकिन पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन और मुख्तार अब्बास नकवी ने उम्मीद जताई है कि गठबंधन जारी रहेगा। बताया जा रहा है कि लालकृष्ण ने शरद यादव और नीतीश कुमार से बात की है लेकिन बिहार भाजपा के नेता बयानों से साफ है कि वे भी गठबंधन को तोड़ने के ही पक्ष में हैं।


First Published: Wednesday, June 12, 2013, 17:34

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