Last Updated: Wednesday, March 6, 2013, 14:38

नई दिल्ली : देश की सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए सरकार ने बुधवार को साफ शब्दों में कहा कि रक्षा बजट में कटौती से रक्षा संबंधी तैयारियों पर कोई असर नहीं होगा और सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण की गति बनाए रखी जाएगी।
रक्षा मंत्री एके एंटनी ने आज राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि सशस्त्र बलों की संचालनगत क्षमताओं को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा और महत्वपूर्ण उपकरणों की खरीदी समय पर होगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान राजकोषीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए रक्षा बजट तैयार किया गया है। चालू वित्त वर्ष में वर्ष 2012-13 के संशोधित अनुमान के आवंटन में राजस्व खाते के तहत 4903.77 करोड़ रूपये और पूंजीगत खाते के तहत 10,000 करोड़ रुपये की कटौती का प्रस्ताव है। बजट में कटौती का असर देश की सुरक्षा पर पड़ने के वाई एस चौधरी के पूरक प्रश्न के उत्तर में एंटनी ने कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और रक्षा बजट में कटौती से रक्षा संबंधी तैयारियों पर कोई असर नहीं होगा।
उन्होंने चालू वित्त वर्ष में आधुनिकीकरण की गति बनाए रखने के लिए इस आवंटन को पर्याप्त बताते हुए कहा कि वित्त मंत्री अपने बजट भाषण में कह चुके हैं कि जरूरत के अनुसार अतिरिक्त आवंटन किया जाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए योजनाओं की प्रगति की निगरानी कर रही है कि उपलब्ध निधियों में से ही खर्च की प्राथमिकताएं तय की जाएं और रक्षा तैयारियों के सर्वोच्च स्तर को बनाए रखा जाए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 6, 2013, 14:38