` ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र को अपनी नौसेना में शामिल करे रूस`

`ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र को नौसेना में शामिल करे रूस`

नई दिल्ली : भारत ने आज रूस से कहा कि वह 290 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को अपनी नौसेना में शामिल करे ताकि दोनों देशों के बीच यह संयुक्त उपक्रम और मजबूत हो सके।

यह बात यहां पर रूस के उप प्रधानमंत्री दमित्रि रोगोजिन से ब्रह्मोस संयुक्त उपक्रम के प्रमुख ए. शिवतनु पिल्लई ने कही। ब्रह्मोस मिसाइल को भारतीय सशस्त्र बल की तीनों इकाइयों में शामिल कर लिया गया है लेकिन रूस की ओर से ऐसा नहीं किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि रोगोजिन की यहां स्थित ब्रह्मोस परिसर के भ्रमण के दौरान पिल्लई ने उनसे कहा कि वह मिसाइल को रूसी नौसेना में शामिल करना सुनिश्चित करें।

रूस के उप प्रधानमंत्री के समक्ष मिसाइल की क्षमताओं आदि के बारे में एक प्रस्तुतिकरण दिया गया था। इस प्रस्तुतिकरण में प्रक्षेपास्त्र के मोबाइल लांचर का सजीव प्रदर्शन भी शामिल था। रोगोजिन ने ब्रह्मोस के सीईओ को पूरे समर्थन का आश्वासन देते हुए कहा, ब्रह्मोस न केवल एक सफल संयुक्त उपक्रम है बल्कि सहयोग का एक मॉडल भी है, जिसका हमारे दोनों देशों के लिए काफी राजनीतिक मूल्य है। इस दौरान रोगोजिन के समक्ष मिसाइल के अनेक स्वरूपों का विकास तथा संयुक्त उपक्रम की आगामी योजनाओं को भी दर्शाया गया जिसमें भविष्य की दृष्टि योजना 2050 शामिल है।

कांप्लेक्स में भ्रमण के दौरान रोगोजिन के साथ भारत में रूस के राजदूत अलेक्जेंद्र कदाकिन, यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कापरेशन के प्रमुख पोगोसिन मिखाइल और सोबोरोन एक्सपोर्ट के प्रमुख इसीकिन अनातोली भी थे। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, July 17, 2012, 21:36

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