Last Updated: Sunday, July 7, 2013, 00:04

नई दिल्ली : इशरत जहां मुठभेड़ मामले के आरोप पत्र का जिक्र करते हुए भाजपा ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से लश्कर-ए-तैयबा सदस्य डेविड हेडली के उस बयान को सार्वजनिक करने को कहा है जो उसने एफबीआई को दिया था ताकि देश को इशरत के अतीत की जानकारी मिल सके। भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस नीत सरकार ने लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा सदस्यों में से फरिश्ते बनाने तथा सुरक्षा बलों में से दानव बनाने का एक नया चलन शुरू किया है।
विपक्षी पार्टी ने मांग की है कि सरकार को 26/11 हमले के सिलसिले में भारत और पाकिस्तान के बीच साझा किए दस हजार पृष्ठों के दस्तावेज को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। पार्टी ने कहा कि हेडली के इकबालिया बयान से इशरत के बारे में सच्चाई सामने आएगी। लेखी ने कहा कि मौजूदा परिदृश्य में क्या हमें समझना चाहिए कि हेडली विश्वसनीय स्रोत नहीं है। उन्होंने कहा कि अपने गृह मंत्री पहले मंत्री हैं, उसके बाद वह किसी राजनीतिक पार्टी के सदस्य हैं। उन्हें एक गृह मंत्री के रूप में काम करना चाहिए और हेडली के बयान को सार्वजनिक करना चाहिए। उन्हें देश के हितों की रक्षा के लिए काम करना चाहिए।
कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए लेखी ने कहा कि घोटालों के कारण सरकार की विश्वसनीयता प्रभावित होने के बाद उसने अब ‘पुन:जांच घोटाला’ शुरू किया है। भाजपा ने दावा किया कि एनएचआरसी तक ने कहा है कि इशरत जहां मुठभेड़ फर्जी नहीं थी। लेकिन सीबीआई ने नया आरोपपत्र दाखिल किया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि सीबीआई का राजनीतिकरण किया जा रहा है और यह ‘अत्यंत घृणित’ है। लेखी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नीत सरकार द्वारा खतरनाक खेल खेला जा रहा है। कटु माहौल बनाया रहा है। सुरक्षा बलों पर दबाव बनाया जा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 7, 2013, 00:04