Last Updated: Sunday, September 2, 2012, 11:00
नई दिल्ली : भारत और चीन के अगले साल से सैन्य अभ्यास शुरू किए जाने की उम्मीद है और चीनी रक्षा मंत्री जनरल लियांग गुआंगली की पांच दिवसीय यात्रा के दौरान इस संबंध में निर्णय लिए जाने की संभावना है। रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां कहा कि सोमवार से शुरू हो रही जनरल लियांग की यात्रा के दौरान दोनों पक्ष विश्वास बहाली के कदमों और अपने सैन्य संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे।
अधिकारी ने कहा, हम अगले साल एक दूसरे के साथ मिलकर सैन्य अ5यास शुरू करने की योजना बना रहे हैं और इस संबंध में रक्षा मंत्री एके एंटनी तथा उनके चीनी समकक्ष जनरल लियांग के बीच मुलाकात में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। दोनों देशों के बीच 2007 में सैन्य अ5यास शुरू हुआ था, लेकिन दोनों पक्षों के बीच रक्षा संबंधों में श्रृंखलाबद्ध बाधाओं के चलते यह स्थगित हो गया।
पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास 2007 में चीन के कुनमिंग में तथा दूसरा अ5यास 2008 में भारत के बेलगांव में हुआ था । सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस जसवाल को 2010 में चीन द्वारा वीजा दिए जाने से इनकार किए जाने पर नयी दिल्ली ने बीजिंग के साथ सभी द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को स्थगित कर दिया था।
हालांकि, रक्षा आदान प्रदान फिर शुरू हो चुका है, लेकिन भारतीय वायु सेना के अरुणाचल प्रदेश निवासी एक अधिकारी को वीजा देने से चीन के इनकार जैसी कुछ समस्याएं अब भी बरकरार हैं। आज अपने 23 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुम्बई पहुंचने के बाद जनरल लियांग वहां गांधी संग्रहालय जाएंगे। वह ताज महल और कुतुब मीनार देखने भी जाएंगे। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 2, 2012, 11:00