Last Updated: Wednesday, September 21, 2011, 03:00
मंगन (सिक्किम) : भूकंप प्रभावित सिक्किम से सेना ने अब तक 3,000 से भी ज्यादा लोगों की जान बचा चुके हैं. दूसरी ओर बचाव दलों के लगातार मलबा हटाने की प्रक्रिया में और शव मिलने के चलते भूकंप से मरने वालों की संख्या 90 हो गई है. सिक्किम में अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है.मंगन से गंगटोक के बीच का राष्ट्रीय राजमार्ग 31-ए भूस्खलन के कारण बंद है, लेकिन बचावकर्मियों के सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग खोला गया है. क्षेत्र के लोग भूकंप की दहशत से अब तक नहीं उबर पाए हैं. लोग डर के चलते अब भी अपने घरों में नहीं घुस रहे हैं. रविवार को आए 6.8 तीव्रता के इस भूकंप में मरने वालों की संख्या 90 हो गई है. सिक्किम में मृतकों की संख्या 53, पश्चिम बंगाल में 12, बिहार में नौ और नेपाल में 11 हो गई. हेलीकॉप्टरों के माध्यम से रक्षा बल अब तक सिक्किम के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों से 3,000 से ज्यादा लोगों को बचा चुके हैं. सैन्य अभियान, उपमहानिदेशक ब्रिगेडियर रणवीर सिंह ने नई दिल्ली में बताया कि वायु सेना की मदद से आठ से 13 हेलीकॉप्टरों को बचाव कार्य सेवा में लगाया गया है.घायलों के इलाज के लिए 20 चिकित्सा शिविर बनाए गए हैं, जिनमें 370 लोगों का इलाज हो रहा है. आठ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें 2,700 से भी ज्यादा लोगों को आश्रय दिया गया है. भूकंप प्रभावित जिन क्षेत्रों तक बचावकर्मी अब तक नहीं पहुंच पाए हैं, उनमें लगातार तीसरे दिन भोजन के पैकेट और दवाइयां हेलीकॉप्टर से गिराई गईं.सेना के एक आला अधिकारी ने बताया कि अगले कुछ दिनों में सेना के अभियान का मुख्य केंद्र प्रदेश के दूसरे अहम मार्गों को खोलना रहेगा. दूरदराज के एक गांव लाचुंग से मंगलवार को तीन घायलों को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से गंगटोक लाया गया. राहत कार्यों के बीच केंद्रीय गृह सचिव आर के सिंह ने कहा कि हताहतों की संख्या और बढ़ने की आशंका है. (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 21, 2011, 14:28