Last Updated: Wednesday, September 25, 2013, 12:33

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व्यापार और निवेश, रक्षा तथा आतंकवाद विरोधी सहयोग पर द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार एवं द्विपक्षीय रिश्तों को प्रगाढ़ करने के मकसद से बुधवार को अमेरिका की यात्रा पर रवाना हो गए।
अपनी सप्ताह भर की यात्रा के दौरान, सिंह अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ वाशिंगटन में मुलाकात करेंगे और न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त वह वहां अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से भी मुलाकात करेंगे।
असैन्य परमाणु करार का क्रियान्वयन, रक्षा, सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों पर सहयोग का विस्तार सिंह और ओबामा के बीच 27 सितंबर को होने वाली बैठक के एजेंडा में शीर्ष पर रहेगा। इस यात्रा के दौरान कुछ समझौते पर भी हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है जिनमें भारतीय परमाणु उर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) और अमेरिकी कंपनी वेस्टिंगहाउस के बीच का करार तथा रक्षा क्षेत्र में करीब दर्जनभर अन्य करार शामिल हैं। सिंह ने रवाना होते समय एक बयान में कहा कि पिछले एक दशक में अमेरिका के साथ हमारे संबंध एक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में तब्दील हो गए हैं जो हमारे संबंधों का सबसे महत्वपूर्ण भाग है।
वर्ष 2009 के बाद से ओबामा के साथ तीसरी शिखर वार्ता में शामिल होने वाले सिंह ने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान गहन और उच्च स्तरीय द्विपक्षीय यात्राएं द्विपक्षीय साझेदारी के गति पकड़ने का प्रतीक हैं।
मनमोहन सिंह ने कहा कि हमने, हमारे संबंधों के पूर्ण परिदृश्य में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। मेरी यात्रा हमारे संयुक्त प्रयासों की समीक्षा और हमारे भावी सहयोग का खाका तैयार करने का एक मौका प्रदान करती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत देश के विकास प्रयासों और हमारे विकास के अनुकूल वैश्विक माहौल के निर्माण में अमेरिका को एक दीर्घकालिक सहयोगी के रूप में देखता है। सिंह ने कहा कि भारत के लिए, अमेरिका तकनीक, निवेश, नवोन्मेष और संसाधन के महत्वपूर्ण स्रोत तथा हमारे उत्पादों और सेवाओं के एक सर्वाधिक महत्वपूर्ण गंतव्य स्थल के रूप में देखता है।
उन्होंने कहा कि हमारी व्यापार और निवेश, रक्षा, आतंकवाद विरोधी सहयोग, खुफिया, आंतरिक सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा, पर्यावरण, स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा, अंतरिक्ष, विज्ञान और तकनीक तथा संस्कृति के क्षेत्र में फलदायक और गहरी साझेदारी है। वाशिंगटन से सिंह महासभा को संबोधित करने के लिए न्यूयार्क रवाना हो जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें अपनी न्यूयार्क यात्रा के दौरान अपने पड़ोसी देशों के नेताओं के साथ मुलाकात का इंतजार है जिनमें पाकिस्तान भी शामिल है।
ओबामा के साथ शिखर वार्ता में सिंह द्वारा अमेरिका वीजा नियमों में प्रस्तावित बदलाव पर चिंता जताए जाने की भी संभावना है जिसके चलते भारत के बेहद कुशल आईटी पेशवर प्रभावित होंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 25, 2013, 11:24