Last Updated: Saturday, July 13, 2013, 19:13
संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र में ‘मलाला दिवस’ समारोह के मौके पर दो भारतीय सहित सात लड़कियों को ‘यूएन स्पेशल एनवाय फॉर ग्लोबल एजुकेशंस यूथ करेज अवार्ड फॉर एजुकेशन’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
विश्व की सात लड़कियों को उनके साहस और लड़कियों की शिक्षा एवं महिलाओं की प्रतिष्ठा के उद्देश्य को बढ़ावा देने की उपलब्धि के लिए यह विशेष पुरस्कार प्रदान किये गए।
इसमें से दो भारतीयों बेंगलूर की 21 वर्षीय अश्विनी और उत्तर प्रदेश की 15 वर्षीय रजिया को ‘यूएन स्पेशल एनवाय फॉर ग्लोबल एजुकेशंस युथ करेज अवार्ड फॉर एजुकेशन’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
बांग्लादेश, नेपाल, मोरोक्को और सिएरा लियोन की लड़कियों को पुरस्कृत किया गया। इसमें मलाला की सहेली शाजिया को भी पुरस्कृत किया गया जो कि उस समय घायल हो गई थी जब तालिबान आतंकवादियों ने गत वर्ष मलाला को गोली मारी थी।
अश्विनी को अध्ययन करने में आनी वाली बाधाओं के खिलाफ लड़ाई और उसके बाद उस शिक्षा का इस्तेमाल अक्षम बच्चों के लिए वह अभियान चलाने के लिए दिया गया जिससे उन्हें वह शिक्षा प्राप्त हो सके जिसके वे हकदार हैं।
अश्विनी जन्म से ही दृष्टिहीन थी। उसका पालन पोषण कर्नाटक के गरीब ग्रामीण परिवेश में हुआ। अश्विनी ने स्नातक की अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए मुश्किल परिस्थितियों का सामना किया। अश्विनी ने अच्छे अंक के साथ स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक आईटी कंपनी में अच्छी नौकरी प्राप्त की लेकिन अन्य विकलांग बच्चों के लिए अभियान को आगे बढ़ाने के लिए नौकरी छोड़ दी। अश्विनी अब बेंगलूर के एक गैर सरकारी संगठन लियोनार्ड शेशायर डिसेबिलिटी के साथ काम करती है।
रजिया को बच्चों की शिक्षा के लिए उसके योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया। वह पूर्व में एक बाल श्रमिक थी जो फुटबॉल सीने का काम करती थी। उसने संघर्ष किया और वह शोषण के चंगुल से मुक्त हुई और उसके बाद शिक्षा ग्रहण करने लगी।
रजिया ने मुश्किल परिस्थितियों में अपनी 11वीं की पढ़ाई पूरी की और वह अब अपने समाज में काम करती है ताकि बच्चों को काम के बोझ से मुक्त करे उन्हें विद्यालयों में दाखिल करा सके। रजिया ने गत वर्ष अपने समुदाय के 48 बच्चों को काम छुड़ाकर विद्यालय में दाखिला कराया।
संयुक्त राष्ट्र महसचिव बान की मून के ‘ग्लोबल एजुकेशन फर्स्ट इनीशिएटिव’ में शामिल होने के लिए पूरे विश्व से 500 से अधिक युवाओं को संयुक्त राष्ट्र आमंत्रित किया गया था। इनमें से अधिकतर लड़कियां थीं।
युवा प्रतिभागियों ने मलाला को प्रोत्साहित किया। मलाला ने 16वां जन्मदिन मनाया। बान की मून ने मलाला के 16वें जन्मदिन को ‘मलाला दिवस’ का नाम दिया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 13, 2013, 19:13