Last Updated: Tuesday, February 26, 2013, 16:33
नई दिल्ली : लोकसभा में मंगलवार को विपक्ष ने राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार पर हमला किया और इस दौरान गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली में महिलाओं के असुरक्षित होने संबंधी बयानों को खारिज कर दिया।
सरकार ने सदन को यह जानकारी भी दी कि दिल्ली पुलिस ने शहर में महिलाओं की सुरक्षा और हिफाजत के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें सघन गश्त और महिला हेल्प डेस्क बनाने जैसे प्रयास शामिल हैं। दिल्ली पुलिस द्वारा बलात्कार की घटनाओं को रोकने के लिहाज से 2005 में शुरू किए गए कार्यक्रम ‘परिवर्तन’ की स्थिति के बारे में दिनेश चंद्र यादव और राजीव रंजन सिंह के प्रश्न के उत्तर में गृह राज्यमंत्री मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने लोकसभा को बताया कि उत्तर पश्चिम जिला पुलिस ने 28 बीट में इस कार्यक्रम की शुरूआत की थी जिसे अब 198 बीट तक बढ़ा दिया गया है।
उन्होंने कहा कि परिवर्तन कार्यक्रम के तहत अभिभावक, शिक्षक, छात्र और युवाओं को महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े विषयों की जानकारी दी जाती है। रामचंद्रन ने कहा कि दिल्ली सामूहिक बलात्कार कांड के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस की महिला कांस्टेबलों की 1950 चौकियां बनाने की सिफारिश की है जिसके लिए वित्त मंत्रालय से संपर्क किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि शहर पुलिस को 370 गश्ती वाहन भी मिलेंगे और पुलिस नियंत्रण कक्ष को उन्नत करने के लिए प्रयास चल रहे हैं। ‘सेफ सिटी प्रोजेक्ट’ के तहत सुरक्षा बढ़ाने के लिए 5,000 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 26, 2013, 16:33