Last Updated: Thursday, December 27, 2012, 14:12
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नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के विरोध में प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने महिलाओं की सुरक्षा एवं बचाव को सर्वोच्च प्राथमिकता का मुद्दा करार देते हुए देश के सभी मुख्यमंत्रियों से इस ओर विशेष ध्यान देने के लिए कहा।
प्रधानमंत्री ने गुरुवार को राष्ट्रीय विकास परिषद (एनडीसी) की बैठक में कहा कि आधी आबादी की सक्रिय भागीदारी के बिना कोई भी सार्थक विकास नहीं हो सकता। जब तक सुरक्षा सुनिश्चित न की जाए तब तक यह भागीदारी नहीं हो सकती।
उन्होंने कहा कि महिलाएं एवं लड़कियां आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती हैं और हमारा समाज इस आधी आबादी के प्रति निष्पक्ष नहीं है। इस आधी आबादी की सक्रिय भागीदारी के बिना कोई भी सार्थक विकास नहीं हो सकता। यह भागीदारी तब तक नहीं हो सकती जब तक कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित न हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें देश के हर राज्य एवं हिस्से में सामने आ रही इस समस्या पर विचार करने की जरूरत है और इसपर अधिक ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की बढ़ती उपस्थिति सामाजिक बंधन से मुक्ति का आवश्यक अंग है और इसके साथ उन्हें खतरा भी बढ़ गया है।
प्रधानमंत्री ने 16 दिसम्बर को राजधानी में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार युवती का जिक्र करते हुए कहा कि दोषियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सिंह ने बैठक में मौजूद मुख्यमंत्रियों एवं वरिष्ठ मंत्रियों से कहा कि सरकार गम्भीरतम यौन उत्पीड़न के मामलों में कानून की समीक्षा पर विचार कर रही है। 12वीं पंचवर्षीय योजना पर विचार करने के लिए एनडीसी की 57वीं बैठक विज्ञान भवन में हुई। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 27, 2012, 11:48