Last Updated: Saturday, September 14, 2013, 15:57
अलीगढ़ : केन्द्रीय नागर उड्डयन मंत्री अजित सिंह की अगुवाई वाले राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने आज उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हाल में हुई साम्प्रदायिक हिंसा की सीबीआई जांच की मांग की। रालोद विधानमंडल दल के नेता दलवीर सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुजफ्फरनगर में हुए फिरकावाराना फसाद के बाद उनकी पार्टी के आलाकमान की मांग है कि मामले की सीबीआई से जांच करायी जाए, क्योंकि अगर उन दंगों के पीछे छुपी सचाई को जाहिर नहीं किया गया तो मुल्क का साम्प्रदायिक ताना-बाना गहरे खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि अनेक मुस्लिम संगठन भी मामले की सचाई सामने लाने के लिये सीबीआई जांच के पक्षधर हैं।
रालोद नेता ने बताया कि इस बात के सुबूत हैं कि वोटों के ध्रुवीकरण के लिये मुजफ्फरनगर में जानबूझकर दंगा कराया गया और प्रशासनिक मशीनरी ने अपने राजनीतिक आकाओं के कहने पर ही दंगे की आग फैलने दी। सिंह ने कहा कि यह मुस्लिम और जाट वोटों के ध्रुवीकरण के मकसद से भाजपा और सपा के बीच खेला गया ‘फिक्स मैच’ था।
उन्होंने बताया कि रालोद प्रमुख अजित सिंह विभिन्न राजनीतिक दलों के कुछ प्रमुख मुस्लिम नेताओं से मुलाकात करके मुजफ्फरनगर में अमन का संदेश देने के लिये जाने की योजना बना रहे हैं। सरकार को इसकी इजाजत देने में देर नहीं करनी चाहिये। गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर में गत सात सितम्बर को साम्प्रदायिक हिंसा भड़क गयी थी जो आसपास के जिलों में भी फैली थी। इसमें अब तक 47 लोग मारे जा चुके हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 14, 2013, 15:57