Last Updated: Sunday, May 20, 2012, 05:14
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली/नागपुर : मुम्बई में 24 और 25 मई को होने वाली भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जहां एक ओर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल होने की सम्भावना जताई जा रही है, वहीं कर्नाटक भाजपा के असंतुष्ट नेता बीएस येदियुरप्पा ने साफ-साफ कह दिया है कि वह पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक नरेंद्र मोदी के करीबी संघ नेताओं ने उन्हें हठधर्मिता छोड़ कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने की सलाह दी है। इससे पहले पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी से तनातनी की वजह मोदी के कार्यकारिणी
बैठक में हिस्सा नहीं लेने की खबर आ रही थी। हालांकि पार्टी आलाकमान ने वरिष्ठ नेता अरुण जेटली को कर्नाटक संकट हल करने शनिवार को बेंगलुरु पहुंचे और येदियुरप्पा से मुलाकात कर उन्हें मनाने की भी कोशिश की, लेकिन उनके तेवर नरम नहीं हुए हैं। शनिवार को येदियुरप्पा ने साफ कहा कि पार्टी नेताओं के रवैये
को देखते हुए वे अगले सप्ताह मुंबई में होने वाली भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा में अनिर्णय की स्थिति है और इसी कारण उन्होंने मुम्बई न जाने का फैसला किया है।
इस बीच पार्टी सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार, गडकरी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व मोदी के करीबी पुरुषोत्तम रूपाला के माध्यम से नरेंद्र मोदी को भेजे संदेश में साफ कहा है कि गिले-शिकवे और मतभेद साथ बैठकर दूर किए जा सकते हैं। पार्टी की बैठकों का बहिष्कार और आलाकमान की अवेहलना से पार्टी की साख कमजोर होती है और कार्यकर्ताओं में गलत संदेश भी जाता है। सूत्रों के मुताबिक, गडकरी ने कहा कि कार्यकर्ताओं में एकजुटता का संदेश देने और पार्टी का सम्मान बनाए रखने
के लिए मोदी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में आना ही होगा। येदियुरप्पा के बारे में गडकरी का क्या रूख है, इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
First Published: Sunday, May 20, 2012, 10:44