मेहराजुद्दीन का नेपाल से खास रिश्ता : आईजी (जम्मू क्षेत्र)

मेहराजुद्दीन का नेपाल से खास रिश्ता : आईजी (जम्मू क्षेत्र)

ज़ी न्यूज़ ब्यूरो
जम्मू : भारतीय विमान आईसी-814 को वर्ष 1999 में अगवा कर कंधार ले जाने वाला आतंकवादी मेहराजुद्दीन डांड के नेपाल में एक वरिष्ठ राजनयिक से घनिष्ठ सम्बंध थे जिसने उसे दिसम्बर 1999 में आईसी-814 के अपहरण सहित अन्य गतिविधियों में मदद दी थी। पुलिस महानिरीक्षक (जम्मू क्षेत्र) दिलबाग सिंह ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी देते हुए बताया कि मेहराजुद्दीन ने ही विमान का अपहरण कर कंधार ले जाने की पूरी व्यवस्था की थी। उसने विमान में पांच नकाबपोशों के बंदूक, चाकू व हथगोले सहित जाने का प्रबंध किया और उनके लिए वित्तीय संसाधन जुटाए।

दिलबाग ने कहा कि मेहराजुद्दीन पूरी व्यवस्था पर ध्यान दे रहा था और वित्तीय प्रबंध भी कर रहा था। वह शीर्ष बॉस की तरह निर्देश दे रहा था और सभी व्यवस्था देख रहा था। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि मेहराजुद्दीन ने वर्ष 1987 में उत्तरी कश्मीर में आपराधिक गतिविधियां चलाना शुरू कर दिया था। वर्ष 1988 में उसने पहले आतंकवादी गिरोह का गठन किया और हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गया।

दिलबाग सिंह ने कहा, `वह वर्ष 1989 में गिरफ्तार किया गया था। वह कोट भलवाल जेल (जम्मू के बाहरी इलाके में) में बंद था, जहां उसकी मुलाकात सैयद सलाहुद्दीन (युनाइटेड जेहाद काउंसिल-यूजेसी के प्रमुख) तथा अन्य शीर्ष आतंकवादियों से हुई।` वह वर्ष 1990 में रिहा किया गया। वह वाघा बॉर्डर के रास्ते फर्जी पासपोर्ट तथा अन्य पहचान पत्रों के आधार पर चार-पांच बार पाकिस्तान गया। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा, `फर्जी पासपोर्ट बनाने में उसे महारत हासिल थी। उसने अपने तथ अन्य सहयोगियों के लिए फर्जी पासपोर्ट बनाए।`

दिलबाग ने कहा, `मेहराजुद्दीन ने दाउद इब्राहिम तथा हवाला मामले में आरोपी अन्य लोगों के लिए भी काम किया था।` पुलिस अधिकारी के मुताबिक, अलगावादी नेता सैयद अल शाह गिलानी ने भी एक बार पाकिस्तान के लिए वीजा पाने में मेहराजुद्दीन की मदद की थी। वर्ष 1995 के बाद उसने अधिकतर गतिविधियां पाकिस्तान तथा नेपाल से संचालित की। पुलिस ने अति वांछित तथा सबसे पुराना आतंकवादी घोषित कर रखा था, जो भारत तथा विदेशों में कई आतंकवादी वारदातों में शामिल था। उसने नेपाल में एक हिन्दू लड़की से निकाह किया, जिसने इस्लाम कबूल कर लिया। हिज्बुल मुजाहिद्दीन, लश्कर-ए-तैयबा तथा हरकत-उल-मुजाहिद्दीन जैसे बड़े आतंकवादी गिरोहों से भी उसके सम्बंध रहे हैं।

First Published: Thursday, September 13, 2012, 21:54

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