Last Updated: Friday, April 6, 2012, 10:00
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के इस बार के विधानसभा चुनाव में हार के लिए जिम्मेदार लोगों पर गाज गिरना अब तकरीबन तय हो गया है। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने गुरुवार को यूपी के जीते हुए विधायकों और अन्य नेताओं के साथ हार के कारणों को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने संकेत दिया है कि सूबे में पार्टी स्तर पर बड़े बदलाव किए जाएंगे। चुनावी शिकस्त पर मंथन करने के दौरान राहुल गांधी ने नेताओं से कड़ा रुख दिखाया।
जानकारी के अनुसार, बैठक में राहुल गांधी ने नेताओं को तीन संदेश दिए। पहला-अभी तक 'हाथ' कोमल थे, अब सख्ती दिखेगी, दूसरा-हवा हवाई लोग पार्टी में नहीं चलेंगे, तीसरा-हार की वजहों पर सांसदों से अलग चर्चा होगी। दो दिनों तक हार पर मंथन चला।
जानकारी के अनुसार, उन्होंने हार के कारणों की समीक्षा की और नेताओं से कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अभी से जुट जाएं। इस बार हार जिन कारणों से मिली है, उन्हें तुरंत दुरुस्त करें। युवाओं को तरजीह देते हुए सकारात्मक पहलुओं को उठाएं ताकि पार्टी की छवि बेहतर हो सके। उन्होंने यह भी कहा है कि कार्यकर्ताओं की नाराजगी को पूरी तरह दूर किया जाए और उन्हें तवज्जो देते हुए उनकी बातों को सुना जाए।
गौर हो कि गुरुवार को भी राहुल गांधी ने सूबे के नेताओं के हार के कारणों पर मंथन किया था। बताया गया है कि नेताओं के सामने 13 सवालों को रखकर उनसे जवाब मांगा गया। नेताओं से यह भी कहा गया कि यूपी में समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में जिन वायदों का उल्लेख किया है, उनके छह महीने के अंदर पूरे न होने की स्थिति में जनता को इससे वाकिफ कराएं। पार्टी से युवाओं को ज्यादा जोड़ने के मसले पर भी जोर दिया गया।
बैठक के बाद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि पार्टी में बड़े स्तर पर बदलाव किए जाएंगे। अब इससे स्पष्ट हो गया है कि यूपी में हार के जिम्मेदारों पर गाज गिरना तय है। पार्टी नेताओं से यहां तक कहा गया है कि वे बलिदान देने को तैयार रहें। वहीं, प्रमोद तिवारी ने कहा कि समीक्षा बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। जो लोग इस बार चुनाव हारे हैं, उन्हें आगामी चुनाव के लिए अभी से तैयारी में जुट जाने को कहा गया है।
First Published: Saturday, April 7, 2012, 09:31