Last Updated: Wednesday, June 12, 2013, 21:05
नई दिल्ली : रालोद का 2014 लोकसभा चुनाव में राजग के साथ जाने की कोई योजना नहीं है और पार्टी महसूस करती है कि भाजना में नरेंद्र मोदी का कद बढ़ने से मतदाताओं का काफी हदतक ध्रुवीकरण होगा।
रालोद प्रमुख अजीत सिंह ने कहा कि 2014 चुनाव अभी काफी दूर है। राष्ट्रीय लोक दल संप्रग के साथ बनी रहेगी और कांग्रेस नीत गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेगी। अभी हमारा राजग के साथ जाने की कोई योजना नहीं है। सिंह ने कहा कि मोदी को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाये जाने से मतदाताओं का ध्रुवीकरण होगा और अल्पसंख्यक कांग्रेस के साथ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि चूंकी मेरठ, बागपत और सहारनपुर जैसे अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में रालोद का प्रभाव है, इसलिए मोदी का कद बढ़ाये जाने से हमें लाभ होगा क्योंकि अल्पसंख्यक हमें वोट देंगे। 15वीं लोकसभा में रालोद के पांच सांसद है और रालोद प्रमुख अजीत सिंह अभी केंद्र में नागर विमानन मंत्री हैं।
सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी उत्तरप्रदेश में अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयास कर रही है क्योंकि मतदाता सपा और बसपा का उसके कुशासन के कारण समर्थन नहीं करेंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से जुड़े घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आडवाणी वरिष्ठतम नेता है लेकिन देखना होगा कि मोदी भाजपा के लिए कितना वोट जुटाते हैं। उन्होंने कहा कि यह भाजपा का आंतरिक मामला है। लेकिन हमें देखना होगा कि मोदी कितना वोट जुटाते हैं। क्योंकि मोदी विरोध वोट भी हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 12, 2013, 21:05