Last Updated: Monday, November 14, 2011, 13:57

नई दिल्ली : भाजपा ने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के इस बयान को उत्तरप्रदेश की जनता का घोर अपमान बताया है जिसमें कहा गया है कि इस राज्य के लोग महाराष्ट्र में कब तक भीख मांगगे।
पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज़ हुसैन ने फूलपुर की जनसभा में राहुल के भाषण की आलोचना करते हुए यहां कहा, बिहार और उत्तरप्रदेश सहित अन्य हिंदी भाषी राज्य मेहनत की बदौलत अपनी कमाई करते हैं, भीख नहीं मांगते। लेकिन राहुल ने यह कह कर उप्र की जनता के स्वाभिमान पर कुठाराघात किया है कि वे महाराष्ट्र में भीख मांगते हैं।
राहुल ने भाषण में कहा था, कब तक आप महाराष्ट्र में भीख मांगोगे? कब तक आप पंजाब में मजदूरी करोगे? शाहनवाज ने कहा, राहुल गांधी कहते हैं कि यूपी में किसानों पर अत्याचार हो रहा है लेकिन हरियाणा में जब दलितों पर और राजस्थान के गोपालगढ़ में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ तो वह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी खामोश रहे।
कांग्रेस के युवा नेता के भाषण की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल कह रहे हैं कि यूपी पिछड़ रहा है और वहां जनता के पैसे की लूट हो रही है। ऐसा कह कर शायद संप्रग-1 और संप्रग-2 के शासनकाल में हुई पैसे की लूट के अध्याय को कांग्रेस अब उत्तरप्रदेश में भी दोहराना चाहती है।
राहुल के बयान पर सोनिया गांधी को भी लपेटते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कुछ दिन पहले कहा था कि केवल भाषणों सें भ्रष्टाचार दूर नहीं हो सकता, लेकिन कांग्रेस महासचिव यूपी में महज भाषणबाजी ही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल ने प्रदेश के फूलपुर में आज जो भाषण दिया है उससे उठे सवालों के जवाब राहुल के साथ ही सोनिया को भी देने होंगे।
कांग्रेसी मंत्रियों ने अपनी गरिमा गिराई : भाजपा नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की फूलपुर रैली में काला झंडा दिखाने वालों की कथित रूप से दो केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं द्वारा पिटाई किए जाने की निंदा करते हुए भाजपा ने कहा कि इन लोगों ने ऐसा करके अपने पद की गरिमा को गिराया है।
बताया जा रहा है कि राहुल गांधी का हेलिकाप्टर सभा स्थल पंहुचने पर काला झंडा लिए कुछ प्रदर्शनकारी उनके समीप आ गए। इस पर केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद और आरपीएन सिंह ने प्रदर्शकारियों को लात घूंसे मारे। इसमें कांग्रेस के विधायक प्रमोद तिवारी भी शामिल हो गए।
भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज़ हुसैन ने यहां कहा कि इस घटना में शामिल दोनों मंत्रियों ने अपने पद की गरिमा गिराई है। प्रदर्शनकारियों से निपटने के तरीके हैं, लेकिन मंत्रियों को शिष्टाचार की सीमा पार नहीं करनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि राजनीति में इस तरह के विरोध प्रदर्शन आम बात है और ऐसी घटनाओं से सभ्य तरीके से निपटना चाहिए। शाहनवाज ने कहा कि जब हम कार्यक्रम आयोजित करते हैं तो कांग्रेस के लोग भी उसका विरोध करते हैं, लेकिन हमने कभी ऐसा आचरण नहीं किया। मंत्रियों और कांग्रेस के नेताओं को प्रदर्शनकारियों को लात घूंसे मारने का कोई अधिकार नहीं था।
(एजेंसी)
First Published: Monday, November 14, 2011, 21:04