Last Updated: Sunday, April 7, 2013, 13:27

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, लेकिन इस दिशा में और भी बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, लैंगिक मुद्दों पर न्यायपालिका को संवेदनशील बनाए जाने की जरूरत है।
राष्ट्रीय राजधानी में मुख्यमंत्रियों एवं उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीशों के सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली में 16 दिसंबर को चलती बस में 23 साल की युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद देशभर में गुस्सा देखा गया। सरकार ने महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने से संबंधित कानूनों में संशोधन के लिए तेजी से कदम उठाए, लेकिन इस दिशा में और भी बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि न्यायपालिका में सुधार मौजूदा समय की `नई आवश्यकता` है। राजनीतिक मतभेदों के बीच कानून के मौलिक सिद्धांतों एवं प्राकृतिक न्याय को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 7, 2013, 13:27