लोकतंत्र कमजोर हो रहा है : शरद यादव

लोकतंत्र कमजोर हो रहा है : शरद यादव

लोकतंत्र कमजोर हो रहा है : शरद यादवसहरसा (बिहार) : सुप्रीम कोर्ट द्वारा जेल में बंद सांसदों, विधायकों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने के फैसले की पृष्ठभूमि में जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने शुक्रवार को कहा कि जो काम संसद को करना चाहिए वह अदालत कर रही है। इससे झलकता है कि लोकतंत्र कमजोर हो रहा है।

राजनीति के अपराधीकरण को रोकने के लिहाज से सुप्रीम कोर्ट द्वारा कदम उठाने के बारे में जदयू अध्यक्ष ने कहा कि वह फैसले को अच्छे या बुरे की परिभाषा में नहीं देखना चाहते लेकिन एक चीज स्पष्ट है कि संसद में कामकाज सुगमता से नहीं हो रहा। लोकतंत्र सही से काम नहीं कर रहा।

मधेपुरा से लोकसभा सदस्य यादव ने एमपीलैड पर आयोजित बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत की। उन्होंने कहा, लोकतंत्र में अगर संसद उचित तरीके से काम करती है तो ऐसी स्थिति कभी नहीं आएगी कि अदालत को इस तरह का आदेश देने के लिए हस्तक्षेप करना पड़े। जाति के नाम पर रैलियों पर रोक लगाने के इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के संदर्भ में जदयू अध्यक्ष ने कहा कि यह स्वागत योग्य कदम है लेकिन चीजें तभी सुधरेंगी जब वास्तविक जीवन में जातिवाद को खत्म किया जाए।

राजग से अलग होने के बाद जदयू का गठजोड़ कांग्रेस से होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर शरद यादव ने कहा, पार्टी ने इस समय गठबंधन के बारे में कुछ नहीं सोचा है। उन्होंने कहा, इस समय हमारा ध्यान पार्टी को मजबूत करने पर है जिसके लिए कार्यकर्ताओं को पंचायत स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा गया है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, July 13, 2013, 09:17

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