Last Updated: Saturday, September 21, 2013, 19:41
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : वर्ष 2010 में गठित गोपनीय खुफिया यूनिट पर उठे विवाद के एक दिन बाद पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा कि यूनिट (टेक्निकल सर्विसेज डिवीजन) को जो व्यक्तिगत सेना बता रहे हैं उन्हें सशस्त्र सेनाओं के बारे में जानकारी नहीं है।
एक समाचार पत्र की शुक्रवार की रिपोर्ट में कहा गया कि वीके सिंह ने एक गोपनीय खुफिया इकाई गठित की और जम्मू एवं कश्मीर सरकार को अपदस्थ करने के लिए धन का दुरुपयोग किया।
पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि टीएसडी को यदि ठीक से काम करने दिया गया होता तो सीमा पार से आतंकवाद नहीं हुआ होता। सिंह ने कहा कि ‘टीएसडी यूनिट चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ की निजी यूनिट नहीं थी।’
पूर्व सेना प्रमुख ने अपने खिलाफ छपे रिपोर्ट पर भी निशाना साधा। सिंह ने कहा कि उनके खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘पूरी रिपोर्ट निरर्थक और प्रेरित है।’
सिंह ने कहा कि कुछ लोग ‘इस पूरे खेल’ के पीछे हैं। पूर्व सेनाध्यक्ष ने कहा कि पहले उन पर भारत सरकार को अपदस्थ करने का आरोप लगा और अब जम्मू-कश्मीर सरकार का।
सिंह ने आगे कहा कि ‘यदि वह चाहते तो बिक्रम सिंह की तरक्की रोक सकते थे।’ पूर्व सेनाध्यक्ष ने कहा, ‘बिक्रम सिंह के खिलाफ अदालत में एक मामला है। यदि हम परेशानी खड़ी करनी चाहते तो हम कर सकते थे।’
First Published: Saturday, September 21, 2013, 16:46