Last Updated: Monday, January 14, 2013, 21:54
ज़ी न्यूज ब्यूरोइलाहाबाद: ब्रह्म मुहूर्त में अखाड़ों के शाही स्नान के साथ ही दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले की शुरुआत हो गई। महाकुंभ के दौरान आस्था का ऐसा संगम नज़र आ रहा था कि प्रयाग राज, शंखनाद..हर-हर महादेव और जय गंगा मईया के नारों से गूंजायमान हो गया। आस्था के संगम में डुबकी लगाने के लिए जो कोई श्रद्धालु यहां पहुंच रहा था। भक्ति के रंगों से सराबोर था। इस जनसैलाब में जो भी नज़र आ रहा था। वो भले ही देश-दुनिया के किसी भी कोने से पहुंचा हो, लेकिन सभी के मन में आस्था का एक ही भाव नजर आया। संगम पर डुबकी लगाते वक्त हर कोई बस अपने ईष्ट का स्मरण कर रहा था।संगम पर अलग-अलग वेशभूषा में भी श्रद्धालु नज़र आ रहे थे। एक श्रद्धालु तो अपनी मूंछों से लोगों के आकर्षण का केंद्र बना दिखा। इस श्रद्धालु की बड़ी-बड़ी मूंछ लोगों को ध्यान बरबस ही अपनी ओर खींच रही थी।
महाकुंभ में जहां लोगों को धर्म और ज्ञान का संदेश दिया जाता है। उसका प्रचार-प्रसार होता है, तो वहीं इस बार कुंभ में सामाजिक संदेशों का भी प्रचार प्रसार हो रहा था और तो और महंगाई को लेकर भी श्रद्धालुओं का दर्द नज़र आया। आस्था का रंग किसी को देखकर नहीं चढ़ता। क्या आम और क्या खास, सभी एक ही रंग में रंगे नज़र आएं। महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता कृपाशंकर सिंह भी भगवा वस्त्र में नज़र आए।
पहले शाही स्नान के दिन संगम तट से लेकर इलाहाबाद की सड़कों तक कुंभ का अद्घुत रंग नज़र आया। अगले दो महीनों तक संगम की रेती पर पृथ्वी का अनोखा नज़ारा ऐसे ही दिखता रहेगा।
First Published: Monday, January 14, 2013, 21:54