Last Updated: Friday, May 18, 2012, 10:34
नई दिल्ली: एनसीपी ने संगमा को किसी तरह का समर्थन देने से साफ इनकार कर दिया है। गुरुवार सुबह एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिल चुके संगमा के मुताबिक पवार ने उनसे साफ-साफ कह दिया कि उनकी पार्टी यूपीए का हिस्सा है और इस मसले पर एनसीपी की राय यूपीए से अलग नहीं हो सकती है।
हालांकि, केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने यह कहा कि वह संगमा की ओर से दिए गए सभी सुझावों पर चर्चा करेंगे । अपनी ओर से संगमा ने उनसे स्पष्ट किया कि वह उस फोरम का हिस्सा हैं जो अगले राष्ट्रपति के तौर पर किसी अनुसूचित जनजाति के नेता को निर्वाचित होते देखना चाहती है । लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि वह कुछ अन्य नेताओं के साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं ताकि अनुसूचित जनजाति के किसी नेता को राष्ट्रपति नियुक्त किया जा सके ।
पवार ने कहा था, ‘मैं ऐसे किसी घटनाक्रम के बारे में नहीं जानता । संगमा ने हमसे बात नहीं की है । हमारे बीच किसी तरह की बातचीत नहीं हुई है । हमारा मानना है कि इतनी सीमित क्षमता के साथ हम इतने बड़े पद की आकांक्षा नहीं पाल सकते ।’
गौरतलब है कि ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजद प्रमुख नवीन पटनायक तथा तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक की अध्यक्ष जयललिता ने राष्ट्रपति पद के लिए संगमा की उम्मीदवारी का समर्थन किया था ।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, May 19, 2012, 14:29