Last Updated: Saturday, March 2, 2013, 18:15

नई दिल्ली : साइबर आतंकवाद को भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बताते हुए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि इंटरनेट पर अल्पसंख्यकों की भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया जाना नये प्रकार के खतरों को दर्शाता है।
राजनाथ ने आज यहां पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के अधिवेशन में यह भी कहा कि हिंदुत्व शब्द के इस्तेमाल पर भाजपा पर सांप्रदायिकता का आरोप लगाना गलत है क्योंकि हिंदुत्व जीवनशैली है। उन्होंने कहा कि साइबर आतंकवाद भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती है जिसे अगली पीढ़ी का खतरा बताया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘साइबर अपराध किस तरह देश का माहौल बिगाड़ सकता है इसका उदाहरण पिछले वर्ष देखने को मिला। गत वर्ष इंटरनेट पर दुष्प्रचार करके पूरे देश में अल्पसंख्यक समुदाय की भावनाओं को भड़काने का जो प्रयास किया गया उसके चलते देशभर में हिंसा हुई। यह साइबर अपराध के द्वारा देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सामने आने वाले नये प्रकार के खतरे को दर्शाता है।’’ राजनाथ ने कहा कि 2004 में जहां भारत में साइबर अपराध के 23 मामले सामने आये थे वहीं 2011 में इस तरह की 13301 घटनाएं दर्ज हुइ’।
हिंदुत्व को लेकर भाजपा पर सांप्रदायिक होने के लगते रहे आरोपों का जिक्र करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी 1995 के अपने एक फैसले में स्पष्ट कर दिया था कि हिंदुत्व कोई मत या संप्रदाय नहीं बल्कि जीवनशैली है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दुनिया में इस्लाम के 72 फिरके हैं और भारत एकमात्र देश है जहां इन सभी 72 फिरकों को मानने वाले लोग रहते हैं। ईसाइयों में भी सभी मतों के लोग यहां मिलते हैं। राजनाथ ने कहा कि पारसी संप्रदाय के लोग आज सिर्फ भारत में पाये जाते हैं और यहूदियों के साथ अगर पूरी दुनिया में कहीं अत्याचार नहीं हुआ तो वह भारत ही है।
उन्होंने कहा, ‘अत: भारत की इस साझा संस्कृति का आधार है हिंदुत्व। हम अपनी विचारधारा की प्रेरणा इसी से लेते हैं।’ राजनाथ ने कहा, ‘इसी जीवनशैली की वजह से भारत दुनिया के ज्ञात इतिहास में एकमात्र देश है जिसने कभी दूसरे देश पर आक्रमण करके उसे अपने में मिलाने का प्रयास नहीं किया।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 2, 2013, 18:15