Last Updated: Tuesday, August 20, 2013, 16:28

नई दिल्ली: भारतीय नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक में भीषण अग्निकांड की शुरुआती जांच से पता चला है कि पनडुब्बी में विस्फोट गोला बारूद में संभवत: आग लगने के कारण हुआ लेकिन आग लगने की असली वजह का अभी पता लगाया जाना बाकी है।
रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने मंगलवार को लोकसभा में इस हादसे को लेकर दिये एक बयान में कहा, ‘शुरुआती जांच दर्शाती है कि विस्फोट, शस्त्रास्त्र में संभावित आग लगने के कारण हुआ तथापि आग लगने के कारण का अभी पता लगाया जाना है। दृश्य और फोरेंसिक जांच से आग लगने का संभावित कारण ज्यादा स्पष्ट हो सकेगा जो पनडुब्बी के सतह पर आने और इसमें से पानी निकाले जाने के बाद ही संभव होगा।’
उन्होंने कहा, ‘दुर्घटना के संभावित कारणों का शीघ्रातिशीघ्र पता लगाने हेतु सभी संबद्ध विशेषज्ञों के साथ एक जांच बोर्ड का गठन किया गया है।’ रक्षामंत्री ने कहा कि हादसे के समय पनडुब्बी के अंदर तीन अधिकारी और 15 नौसैनिक थे। विस्फोट और उसके कारण नुकसान इतनी तेजी से हुआ कि ये नौसना कर्मी वहां से बच कर नहीं निकल सके।
उन्होंने कहा कि बचाव कार्य में विशेषज्ञता रखने वाली विश्व की जानी मानी व्यावसायिक एजेंसियों से संपर्क किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रूस से भी सहायता का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है जहां इस पनडुब्बी को ‘रीफिट’ किया गया और इसका उन्नयन कार्य हुआ था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 20, 2013, 16:28