Last Updated: Tuesday, January 15, 2013, 12:58

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने मंगलवार को कहा कि सेना देश के सामने खड़ी सभी आंतरिक व बाहरी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है।
बिक्रम सिंह ने 65वें सेना दिवस पर यहां अपने सम्बोधन में कहा कि मुझे यह कहने में गर्व है कि भारतीय सेना देश की अपेक्षाएं पूरी करने में सक्षम हैं। हमारा देश काफी समय से आंतरिक और बाहरी चुनौतियों का सामना कर रहा है और मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि भारतीय सेना सभी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है।
जनरल सिंह ने इंडिया गेट स्थित शहीद स्मारक, अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। इस मौके पर सैनिकों को वीरता पुरस्कार प्रदान किए गए।
दिल्ली के छावनी क्षेत्र में आर्मी परेड को संबोधित करते हुए कहा, ` मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमने देश की उम्मीदों को हमेशा पूरा किया है और देश के विकास में अहम भूमिका निभाई है।` सेना प्रमुख ने निगरानी क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यूएन मिशन में तीसरी बड़ी सेना भारत की है और इसमें भारतीय सेना की भूमिका काफी अहम है। कई देशों के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाया गया। उन्होंने इस बात पर जोर देकर कहा कि सेना में जल्द नई तकनीक को और बढ़ाएंगे।
आर्मी के हीरो को बहादुरी सम्मान (गैलेंटरी अवार्ड) प्रदान करने के बाद आर्मी चीफ ने देशवासियों को आश्वस्त किया कि भारतीय सेना हर चुनौतियों से बखूबी निपटने में सक्षम है। देश को सुरक्षित रखने के लिए त्याग देने के लिए भी हम तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा में लगे सैनिक काफी बेहतर काम को अंजाम दे रहे हैं। इनमें से कई सीमा क्षेत्र तो दुनिया के सबसे दुर्गम क्षेत्र में शुमार किए जाते हैं। हमने सबसे ऊंचाई वाले स्तर पर भी संचालन तैयारी को पूरी तरह पुख्ता बनाए रखा है।
आर्मी चीफ ने कहा कि देश के मूल्यों के प्रति हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। मानवाधिकार के मामलों में हमारा ट्रैक रिकार्ड दुनिया में सबसे बेहतर माना जाता है।
बिक्रम सिंह ने इसके पहले सोमवार को, पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा की गई दो भारतीय जवानों की हत्या को अक्षम्य कृत्य करार दिया था और कहा था कि उनकी सेना के पास जवाबी हमले का अधिकार सुरक्षित है।
प्रत्येक 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है। इसी दिन 1948 में लेफ्टिनेंट जनरल के. एम. करियप्पा ने अंतिम ब्रिटिश कमांडर सर फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ का कार्यभार ग्रहण किया था।
First Published: Tuesday, January 15, 2013, 11:40