सोनिया की तस्‍वीर पर फेंकी कालिख, हुई झड़प - Zee News हिंदी

सोनिया की तस्‍वीर पर फेंकी कालिख, हुई झड़प



ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो/एजेंसी

 

नई दिल्ली : रामदेव पर हमले से क्षुब्ध उनके समर्थक सोमवार को यहां कांग्रेस मुख्यालय के बाहर इकट्ठा हुए और सोनिया गांधी के पोस्टर पर काली स्याही फेंकी। इस घटना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और योग गुरु के समर्थकों के बीच संघर्ष छिड़ गया। पुलिस ने इस मामले में दो रामदेव समर्थकों को गिरफ्तार किया है।

 

युवा भारत किसान पंचायत के बैनर तले कुछ लोग दो दिन पहले योग गुरु पर स्याही फेंके के जाने के विरोध में 24, अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर इकट्ठा हुए।

 

उन्होंने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी एवं दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना था कि वे किसी को भी धार्मिक नेताओं को बदनाम करने की अनुमति नहीं देंगे। इसके बाद कुछ प्रदर्शनकारियों ने सोनिया गांधी के पोस्टर पर काली स्याही फेंकी।

 

कामरान सिद्दिकी ने शनिवार को रामदेव पर एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान काली स्याही फेंकी थी। बटला हाउस मुठभेड़ पर योग गुरु द्वारा सवालों का जवाब टालने के बाद उसने ऐसा किया।

 

प्रदर्शनकारी वहां करीब पांच-दस मिनट तक इकट्ठा थे जिसके बाद कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता परिसर से बाहर आये और उनसे बहस करने लगे जिससे संघर्ष छिड़ गया। इसके बाद पुलिस के हस्तक्षेप से स्थिति को नियंत्रित किया जा सका। घटना के बाद वहां ज्यादा पुलिसकर्मी भेजे गये। यह जगह सोनिया गांधी के आवास दस, जनपथ से थोड़ी ही दूरी पर स्थित है।

 

उल्लेखनीय है कि यह घटना दिल्ली में शनिवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बाबा रामदेव के चेहरे पर स्याही फेंके जाने के बाद हुई है। योग गुरु के समर्थकों का आरोप है कि बाबा पर हमले की साजिश कांग्रेस ने रची थी। उधर, भारतीय जनता पार्टी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस मामले का बेवजह राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।

 

उधर, घटना के तुरंत बाद रामदेव के प्रवक्ता ने कहा कि योग गुरु ने घटना को अलोकतांत्रिक और अमर्यादित बताया है। रामदेव ने कहा कि इस तरह की अलोकतांत्रिक और अमर्यादित तरीके के विरोध को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। हमारी समृद्ध संस्कृति और दर्शन में इस तरह की घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है। प्रवक्ता ने कहा कि हम न तो इस तरह की अलोकतांत्रिक और अमर्यादित घटना का समर्थन करते हैं और न ही हम इसका हिस्सा हैं।

First Published: Tuesday, January 17, 2012, 12:07

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