Last Updated: Wednesday, June 19, 2013, 16:48
ज़ी मीडिया ब्यूरो देहरादून : उत्तराखंड में बाढ़ की सबसे ज्यादा विभीषिका झेलने वाले केदारनाथ में मंदिर गर्भगृह को छोड़कर कुछ नहीं बचा है और मंदिर समिति के अध्यक्ष का मानना है कि इस पवित्र धाम को फिर से बसाने में दो से तीन साल लग जाएंगे।

बाढ़ में सबसे ज्यादा तबाही केदारनाथ में ही हुई है।

बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश घौडियाल के अनुसार मंदिर के भीतर कोई नुकसान नहीं हुआ है। लिंग पूरी तरह सुरक्षित है लेकिन बाहर जमा मलबे का रेत और पानी मंदिर के भीतर घुस गया है।
मंदिर के आसपास कुछ नहीं बचा है। मंदिर समिति का कार्यालय, धर्मशालाएं और भंडार गृह सब नष्ट हो गया है।
First Published: Wednesday, June 19, 2013, 16:34