Last Updated: Tuesday, December 27, 2011, 15:11
नई दिल्ली : सरकार के कमजोर लोकपाल विधेयक के विरोध में दिल्ली के रामलीला मैदान में टीम अन्ना की ओर से आयोजित तीन दिनों के धरने के पहले दिन उम्मीद से कहीं कम लोग उपस्थित हुए और इस वजह से भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शन मंगलवार को यहां फीका रहा।
टीम अन्ना की ओर से कहा जा रहा था कि धरने और अनशन के पहले दिन 10 से 15 हजार लोग रामलीला मैदान की ओर कूच करेंगे, लेकिन मंगलवार की संख्या इससे कहीं कम थी। आयोजकों का कहना है कि लोगों की कम संख्या के पीछे की वजह दिल्ली की कड़ाके की सर्दी और भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के अगुवा अन्ना की अनुपस्थिति है। टीम अन्ना ने उम्मीद जताई है कि अगले दो दिन संख्या में इजाफा होगा।
वैसे पहले दिन रामलीला मैदान में धरने और क्रमिक अनशन की शुरुआत में भी विलंब हुआ। कार्यक्रम सुबह दस बजे शुरू होना था, लेकिन यह 90 मिनट देर से शुरू हो पाया। पिछले आंदोलन के समय मंच पर अन्ना की मौजूदगी ने बहुत से लोगों को रामलीला मैदान की राह पकड़ने की प्रेरणा दी थी।
इस बीच बुधवार को मैदान में टीम अन्ना की मुखर सदस्य किरण बेदी के पहुंचने की उम्मीद है। इस बारे में टीम अन्ना के एक सदस्य ने बताया, मुंबई में अन्ना के साथ अनशन कर रही किरण बेदी के रामलीला मैदान पहुंचने की संभावना है। मैदान में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य शांति भूषण ने कहा, सरकार को इस बात की चिंता है कि मजबूत लोकपाल विधेयक पारित होने पर उसके कई मंत्रियों का पद छिन जाएगा और वे जेल पहुंच जाएंगे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 27, 2011, 20:41