Last Updated: Monday, September 24, 2012, 22:02

गुवाहाटी : ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में जल का स्तर बढ़ने के कारण असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है । बाढ़ में नौ लोगों की मौत हो गई और 13 . 8 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए जबकि 16 जिलों में 1972 गांव जलमग्न हो गए हैं ।
अधिकारियों ने कहा कि जोरहट जिले के मजुली प्रायद्वीप में बाढ़ के पानी में उपमंडल कार्यालय एवं मजुली जेल डूब गए जहां से 41 कैदियों को विशेष नाव से जोरहट केंद्रीय जेल में भेजा गया।
मजूली में ब्रह्मपुत्र नदी में आई बाढ़ के कारण नौ मशहूर सत्र 9वैष्णव मठ) एवं 40 शैक्षणिक संस्थान डूब गए । मजूली के 890 वर्गकिलोमीटर में 70 फीसदी से ज्यादा हिस्सा जलमग्न है। राज्य भर में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 166 राहत शिविर बनाए गए हैं । इन शिविरों में 2 . 31 लाख से ज्यादा लोगों ने शरण ली रखी है।
इस वर्ष तीसरी बार आई बाढ़ में बाकसा, बारपेटा, दारंग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहट, कामरूप ग्रामीण, कामरूप शहरी, लखीमपुर, मोरीगांव, नौगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनीतपुर और तिनसुकिया जिले के 63 राजस्व सर्किल डूब गए हैं। ब्रह्मपुत्र नदी डिब्रूगढ़, नेमातीघाट, तेजपुर, धुबरी, गुवाहाटी और गोलपाड़ा में खतरे के निशान के उपर बह रही है।
असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने प्रशासन को आज आदेश दिया कि बाढ़ प्रभावित राज्य में राहत एवं बचाव कार्य के लिए हेलीकाप्टर एवं स्वचालित नौकाओं का उपयोग किया जाए।
गोगोई फिलहाल जापान में हैं और उन्होंने राजस्व मंत्री पृथ्वी मांझी, जल संसाधन मंत्रालय राजीब लोचन पेगु और मुख्य सचिव नबा कुमार दास से फोन पर बात की और उन्हें राहत एवं बचाव अभियान के लिए उपाय तेज करने के निर्देश दिए। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 24, 2012, 22:02