Last Updated: Thursday, October 4, 2012, 19:00

मुंबई : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने आदर्श सोसाइटी घोटाले की जांच कर रहे न्यायिक आयोग के सामने आज दावा किया कि उन्हें सोसाइटी में अपने रिश्तेदारों के फ्लैट होने के बारे में कुछ भी मालूम नहीं था और उन्हें यह जानकारी उस वक्त हुई जब कथित अनियमितता की खबरें मीडिया में सामने आयीं।
आदर्श घोटाले की जांच के लिए महाराष्ट्र सरकार की ओर से न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) जेए पाटिल की अध्यक्षता में गठित दो सदस्यीय आयोग से चव्हाण ने कहा, ‘अक्तूबर 2010 के अंत में मुझे पता चला कि मेरे कुछ रिश्तेदारों ने आदर्श सोसाइटी में सदस्यता के लिए आवेदन दायर किया था और उनके आवेदन स्वीकार कर लिए गए।’ गौरतलब है कि चव्हाण की सास भगवती शर्मा, उनके श्वसुर के भाई मदनलाल शर्मा एवं उनकी एक और रिश्तेदार सीमा शर्मा को आदर्श सोसाइटी में फ्लैट आवंटित किए गए थे।
आदर्श सोसाइटी में चव्हाण के रिश्तेदारों के फ्लैट होने की खबर सामने आने के बाद उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। चव्हाण आज दूसरी बार आयोग के सामने पेश हुए थे। इससे पहले जून में चव्हाण ने आयोग के सामने पेश होकर अपने उपर लगे आरोपों के जवाब दिए थे। चव्हाण पर आरोप है कि मुख्यमंत्री रहते उन्होंने आदर्श सोसाइटी में फ्लैट आवंटित करने में कुछ लोगों को गलत तरीके से फायदा पहुंचाया।
First Published: Thursday, October 4, 2012, 18:52