Last Updated: Friday, August 16, 2013, 20:57
देहरादून : उत्तराखंड में गत 16 जून को आई भीषण प्राकृतिक आपदा को शुक्रवार को दो माह हो गये, लेकिन जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए अधिकारियों को अब भी संघर्ष करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि आपदा में राज्य के प्रमुख राष्ट्रीय राजमागोर्ं सहित करीब 140 सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और 300 से ज्यादा गांवों का देश के बाकी हिस्सों से संपर्क अब तक कटा हुआ है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हांलांकि आपदा-ग्रस्त इलाकों के सभी गांवों में हेलीकाप्टर की मदद से खाद्यान्न पहुंचाया जा चुका है लेकिन अब भी कई इलाकों में सड़कें टूटी पड़ी हैं या मलबे से अवरूद्ध हैं। राज्य आपदा प्रबंधन और न्यूनीकरण केंद्र के अधिशासी निदेशक पीयूष रौतेला ने बताया कि प्राकृतिक आपदा में सैकड़ों किलोमीटर सड़कें और भारी संख्या में पुल बिल्कुल तबाह हो चुके हैं और जल्दी ही सब कुछ सामान्य होने की हम अभी आशा नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर स्थानों पर जारी बारिश भी सड़कों की मरम्मत में व्यवधान पैदा कर रही है। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 16, 2013, 20:57