Last Updated: Wednesday, July 4, 2012, 08:50
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नई दिल्ली/बेंगलुरू : कर्नाटक संकट हल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मंथन जारी है। पार्टी इस दक्षिणी राज्य में अपनी सरकार बचाने के लिए मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के नेतृत्व वाले गुट के दबाव के आगे झुकती नजर आई।
येदियुरप्पा गुट मुख्यमंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा को हटाने की जिद पर अड़ा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी और अरुण जेटली सहित वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री गौड़ा, राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री जगदीश शेट्टार, कर्नाटक के भाजपा अध्यक्ष के.एस. ईश्वरप्पा और नई दिल्ली में मौजूद उनके समर्थकों से बातचीत की। येदियुरप्पा गुट शेट्टार को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहता है।
भाजपा महासचिव और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी धर्मेद्र प्रधान ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि हमारे केंद्रीय नेताओं ने कर्नाटक के अपने प्रमुख नेताओं से बातचीत की। हम समाधान की ओर बढ़ रहे हैं। सभी मुद्दों को पार्टी के भीतर हल किया जाएगा।
उन्होंने यह संकेत नहीं दिया कि क्या हल निकाला जाएगा या कब तक हल निकलेगा। भाजपा सूत्रों ने हालांकि बेंगलुरू में बताया कि पार्टी के अधिकांश केंद्रीय नेता इस ओर झुकते नजर आ रहे हैं कि गौड़ा की जगह शेट्टार को मुख्यमंत्री बनाकर कर्नाटक के `नाटक` का पटाक्षेप किया जाए, क्योंकि अगले वर्ष मई में विधानसभा चुनाव होना है और ऐसे में पार्टी के अंदर गुटबाजी की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय नेता कर्नाटक सरकार में नेतृत्व परिवर्तन का फैसला 19 अप्रैल को होने वाले राष्ट्रपति के बाद लेंगे। उधर, ईश्वरप्पा ने नई दिल्ली में बैठकों से पूर्व संवाददाताओं से कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेताओं को संकट का हल निकालने में संभवत: एक सप्ताह लग सकता है। उल्लेखनीय है कि 225 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या 120 है। येदियुरप्पा गुट का दावा है कि 120 में से 70 विधायक उसके साथ हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 4, 2012, 08:50