कांग्रेस झारखंड में झामुमो के साथ सरकार बनाने के पक्ष में-In favor of the Congress government in Jharkhand with JMM

कांग्रेस झारखंड में झामुमो के साथ सरकार बनाने के पक्ष में

कांग्रेस झारखंड में झामुमो के साथ सरकार बनाने के पक्ष मेंनई दिल्ली : झारखंड में राष्ट्रपति शासन की अवधि करीब एक पखवाड़े में समाप्त हो जाएगी और ऐसे में कांग्रेस राज्य में वैकल्पिक सरकार बनाने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन बनाने की दिशा में काम कर रही है।

सूत्रों ने बताया कि अभी तक बनी सहमति के तहत कांग्रेस झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करेगी वहीं झामुमो को अगले लोकसभा चुनावों में नौ से दस सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों के खड़े होने की सहमति देनी होगी। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस राज्य में गठबंधन सरकार में शामिल होगी। हालांकि पार्टी में इसके विपरीत भी कुछ राय हैं।

हेमंत और वरिष्ठ झामुमो नेता चंपई सोरेन रांची से नयी दिल्ली पहुंचे और वे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, वरिष्ठ पार्टी नेता ए के एंटनी तथा अहमद पटेल से मुलाकात करेंगे। एंटनी 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन के विषय पर गठित उपसमूह के प्रमुख भी हैं। कांग्रेस शुरूआत में अधिकतर पार्टी विधायकों के दबाव के बावजूद झारखंड में सरकार बनाने को लेकर ज्यादा उत्सुक नहीं थी।

एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, ‘लेकिन लोकसभा चुनाव नजदीक होने से पार्टी ने संप्रग में एक और दल को शामिल करने का विचार किया। झामुमो के पास राज्य में मजबूत आधार है जिससे इनकार नहीं किया जा सकता।’ झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस के पास फिलहाल एक है जिसका प्रतिनिधित्व सुबोध कांत सहाय करते हैं। झामुमो के दो लोकसभा सदस्य हैं। उन्होंने पिछला लोकसभा चुनाव अकेले लड़ा था।

साल 2004 के लोकसभा चुनावों में जब कांग्रेस और झामुमो ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था तो कांग्रेस को छह सीटें मिलीं थीं और झामुमो के खाते में चार सीट आईं थीं। राजद और भाकपा का भी गठजोड़ था और उन्होंने क्रमश: दो तथा एक सीटों पर कब्जा किया था। इस तरह संप्रग के खाते में तब 12 सीटें आईं थीं। कांग्रेस महासचिव शकील अहमद, राज्य के पार्टी मामलों के प्रभारी बी के हरिप्रसाद, झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत और कांग्रेस विधायक दल के नेता आर पी सिंह ने आज झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन तथा उनके बेटे हेमंत से मुलाकात की और राज्य में सरकार बनाने की संभावना पर बातचीत की।

सूत्रों के मुताबिक अगर राजद इस गठबंधन में शामिल हो जाता है तो लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के नौ से दस सीटों के संभावित हिस्से में से उसे दो सीटें दी जा सकती हैं।

कांग्रेस और झामुमो दोनों के ही सूत्रों ने जहां सरकार बनाने की कवायद सकारात्मक तरीके से चलने की बात कही है वहीं कांग्रेस प्रवक्ता मीम अफजल ने इस तरह के सवालों पर कहा कि कोई फैसला लिये जाने पर ही जानकारी दी जाएगी। झारखंड में 8 जनवरी को भाजपा सरकार गिरने के बाद राष्ट्रपति शासन लगाया गया था।

बाहर से संप्रग-2 को समर्थन दे रही शिबू सोरेन की पार्टी भाजपा से नाता टूटने के बाद से कांग्रेस के साथ गठबंधन करते हुए राज्य में वैकल्पिक सरकार बनाने की इच्छुक दिखाई देती है। राज्य में राष्ट्रपति शासन 18 जुलाई को समाप्त हो रहा है। इससे पहले भी 2009 और 2010 में झारखंड में राष्ट्रपति शासन रह चुका है। (एजेंसी)


First Published: Tuesday, July 2, 2013, 21:30

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