Last Updated: Friday, July 6, 2012, 19:04

बैतूल: बैतूल जिले के पाढर मिशन अस्पताल में जन्म से शरीर में जुड़ी दो बहनों के आपरेशन के बाद अलग की गयी आराधना की गुरुवार रात अस्पताल में मृत्यु के बाद आज गमगीन माहौल में उसके गृह ग्राम चूडिया में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
अस्पताल में आपरेशन के बाद अराधना की हालत में कुछ सुधार आया था, लेकिन बाद में तबियत खराब होने के बाद वह 29 जून से ही वेंटीलेटर पर थी। उसकी हालत कल और गंभीर हो गयी तथा रक्त में संक्रमण के साथ उसे कल दो बार दिल का दौरा पडा, लेकिन चिक्तिसकों ने उसे किसी तरह बचा लिया। मगर रात में आया दिल का दौरा जानलेवा साबित हुआ तथा रात करीब 9.20 पर उसने अंतिम सांस ली।
पाढर अस्पताल के अधीक्षक डा. राजीव चौधरी ने बताया कि चिकित्सकों ने अंतिम क्षण तक आराधना को बचाने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके। उन्होंने बताया कि उसकी जुड़वा बहन स्तुति की हालत ठीक है। (एजेंसी)
First Published: Friday, July 6, 2012, 19:04