Last Updated: Monday, July 15, 2013, 13:57
रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आगाज सोमवार को कांग्रेस के बहिष्कार के साथ हुआ। विधानसभा में सोमवार को सत्र की शुरूआत झीरम घाटी नक्सली हमले में दिवंगत नेताओं और उत्तराखंड आपदा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देकर हुई। इसके बाद कांगेस ने आज के कार्यमंत्रणा समिति की बैठक का बहिष्कार किया।
विधानसभा सत्र शुरू होने के पहले ही कयास लगाए जा रहे थे कि मानसून सत्र विपक्ष के बहिष्कार की भेंट चढ़ेगा। झीरम घाटी नक्सली हमले से आक्रोशित कांग्रेस के विधायक कार्यमंत्रणा समिति की बैठक से लेकर सत्र की पूरी कार्रवाई के बहिष्कार या ठप करने की तैयारी में हैं। वहीं विपक्ष के इस शोर-शराबे में सरकार अपना वित्तीय व विधायी कार्य निपटा लेना चाहती है।
गौरतलब है कि यह चुनाव पूर्व का अंतिम सत्र है, किन्तु विपक्ष ने सत्र में शामिल होने के बजाए बहिष्कार या हंगामे की योजना बनाई है। खबर है कि विपक्ष 18 को सामूहिक इस्तीफा देकर विरोध दर्ज कराएगा। इधर सत्ता पक्ष के लिए यह सत्र सरकार की खामियों के उजागर होने से बचाने वाला साबित होगा।
सत्ता पक्ष को उम्मीद है कि विपक्ष प्रश्नकाल भी नहीं चलने देगा। विपक्ष के इसी शोरगुल में सरकार अपनी सरकारी औपचारिकताएं पूरी कर लेने की तैयारी में है। इसके तहत 16 जुलाई को अनुपूरक बजट के साथ-साथ 10 संशोधन विधेयक पुनरूस्थापित किए जाएंगे। बहरहाल विधानसभा सत्र ही हलचल विधायकों में साफ दिख रही हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 15, 2013, 13:57