Last Updated: Tuesday, July 17, 2012, 18:40
नई दिल्ली : गुवाहाटी में हुए लड़की छेड़छाड़ मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम को दिये बयान में पीड़ित लड़की का कहना है कि वह आरोपी लड़कों को उकसाने का आरोप झेल रहे पत्रकार की भूमिका के बारे में कुछ नहीं कह सकती क्योंकि उसे कुछ याद नहीं है।
आयोग की ओर इस मामले में गठित जांच दल का नेतृत्व करने वाली आयोग की सदस्य वानसुक सिएम ने कहा कि पीड़ित लड़की ने अपने बयान में कई बातें बताई लेकिन उसने पत्रकार के बारे में कुछ नहीं कहा है।
वानसुक ने कहा कि जब हमने पीड़िता ने पूछा कि क्या वीडियो बनाने वाले पत्रकार ने लड़कों के समूह को छेड़छाड़ के लिए उकसाया, लड़की ने कहा, ‘उस समय मैं बहुत डरी हुई थी और मुझे ऐसा कुछ याद नहीं है।’ यह पत्रकार स्थानीय चैनल ‘न्यूजलाइव’ का सदस्य था लेकिन वह पीड़ित लडकी से छेड़छाड़ कर रही भीड को उकसाने संबंधी टीम अन्ना के सदस्य और सामाजिक कार्यकर्ता अखिल गोगोई के आरोपों के बाद इस्तीफा दे चुका है। इस चैनल के संपादक अतनु भुइयां ने भी आज इस्तीफा दे दिया।
इस संवेदनशील मामले की जांच करने गई आयोग की टीम के गुवाहाटी में पारंपरिक टोपी लगाकर फोटो खिंचाने के आरोपों पर वानसुक ने कहा कि ये फोटो हवाई अड्डे के नहीं बल्कि ब्रहमपुत्र होटल के हैं।
आयोग की सदस्य वानसुक ने कहा कि किसी दल ने यह स्वागत नहीं किया था बल्कि होटलकर्मियों ने असम संस्कृति के अनुसार स्वागत किया था। यह कोई आधिकारिक स्वागत समारोह नहीं था, लेकिन उसी समय मीडियाकर्मी आ गये और उन्होंने फोटो खींच लिये। जांच दल ने शनिवार को पीड़ित लड़की, पुलिस और अन्य संबंधित लोगों के बयान दर्ज किये थे और घटनास्थल का दौरा किया था। इस टीम में वानसुक सीएम के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता अल्का लांबा और असम राज्य महिला आयोग की एक सदस्य शामिल थीं। लेकिन कांग्रेस नेता अल्का लांबा को आयोग के उस तथ्यान्वेषण दल से कल हटा दिया गया था जिसे इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
अल्का आयोग के दल का हिस्सा बनकर गुवाहाटी गयी थीं और उन्होंने वहां संवाददाता सम्मेलन के दौरान पीड़िता का नाम सार्वजनिक कर दिया था। भाजपा की स्मृति ईरानी समेत कई लोगों ने इसकी निंदा की और कहा कि यह उच्चतम न्यायालय के निर्देश की अवहेलना है।
माना जा रहा है कि जांच दल ने अपनी रिपोर्ट में राज्य सरकार से इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में करने और पीड़ित लड़की को जल्द से जल्द न्याय दिलाने की सिफारिश की है।
मीडिया में इस घटना का वीडियो आने के बाद आयोग ने एक जांच दल गठित करके उसे गुवाहाटी भेजा था और इस दौरे की समाप्ति पर दल की सदस्य अल्का लांबा ने कहा था कि पीड़ित लड़की के शरीर पर सिगरेट से जलाये जाने के भी निशान हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 17, 2012, 18:40