Last Updated: Monday, August 12, 2013, 09:12

जम्मू : जम्मू एवं कश्मीर के जिन आठ जिलों में कर्फ्यू लगाए गए थे उनमें से दो जिलों में रविवार रात कर्फ्यू में ढील दी गई। किश्तवाड़ में सांप्रदायिक दंगे के बाद इन जिलों में कर्फ्यू लगाया गया था।
अधिकारियों ने कहा कि डोडा और कठुआ जिलों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी रहेगी। किश्तवाड़, जम्मू, रजौरी, उधमपुर, सांबा और रियासी में कर्फ्यू जारी रहेगा।
जम्मू क्षेत्र के पांच और जिलों में रविवार को कर्फ्यू लगा दिया गया और सेना ने फ्लैग मार्च निकाला। इस बीच प्रशासन ने किश्तवाड़ में नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी और भाजपा नेता अरुण जेटली को यहां हवाईअड्डे पर रोक लिया गया एवं बाद में उन्हें वापस दिल्ली भेज दिया गया।
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू पहुंचकर स्थिति की समीक्षा की और शांति में व्यवधान डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया।
सांप्रदायिक झड़पों के गवाह बने किश्तवाड़ में एक और शव मिला है जहां शुक्रवार से रविवार को लगातार तीसरे दिन कर्फ्यू जारी रहा लेकिन अधिकारियों ने अभी यह पता नहीं लगाया है कि इस व्यक्ति की मौत हिंसा में हुई है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि उसकी मौत झड़पों में हुई है या किसी अन्य कारण से हुई है। शुक्रवार की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गयी थी और अन्य कई घायल हो गये।
शनिवार रात हिंसा और आगजनी की कुछ घटनाओं के बाद सेना को बुलाया गया और जम्मू तथा राजौरी जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया। रविवार को उधमपुर, सांबा, कठुआ जिलों के साथ डोडा के भद्रवाह शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। जम्मू क्षेत्र के 10 जिलों में से आठ कर्फ्यू प्रभावित हैं।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली किश्तवाड़ जाने के लिए रविवार को यहां हवाईअड्डे पर पहुंचे और उन्हें वहां रोक लिया गया जिसके बाद भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे ‘अलोकतांत्रिक’ करार दिया।
अधिकारियों ने कहा कि उन्हें विमान से दिन में करीब पौने चार बजे दिल्ली भेज दिया गया। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 12, 2013, 09:12