Last Updated: Thursday, January 17, 2013, 17:50

रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के केन्द्रीय मंत्रिमंडल के गुरुवार के फैसले से निराश है, लेकिन उसने अभी यहां नई सरकार के गठन की आस नहीं छोड़ी है और कहा है कि इसकी पहल अब कांग्रेस को करनी है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक दल के नेता और अजरुन मुंडा सरकार के उपमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने के केन्द्र सरकार के निर्णय पर निराशा व्यक्त की और कहा कि चुनी हुई सरकार राष्ट्रपति शासन से बेहतर होती है। उन्होंने बातचीत में कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राज्य में नये राजनैतिक सरकार के गठन के लिए अपनी ओर से पहल कर दी है अब इसे मूर्त रूप देने की जिम्मेदारी कांग्रेस पर है।
सोरेन ने कहा कि झारखंड में नई सरकार के गठन के प्रयास चल रहे थे जिसे देखते हुए ही उन्होंने अपनी पार्टी की ओर से राज्यपाल से मिलकर नयी सरकार के गठन के लिए और समय देने की मांग की थी लेकिन केन्द्र सरकार ने राष्ट्रपति शासन लगाने का फैसला किया जो निराशाजनक है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 17, 2013, 17:50