Last Updated: Saturday, November 12, 2011, 14:58
जमशेदपुर : किरण बेदी ने दावा किया कि टीम अन्ना किसी राजनीतिक पार्टी के खिलाफ नहीं है और वह सिर्फ संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में जनलोकपाल विधेयक पारित कराना चाहती है। कांग्रेस का नाम लिए बगैर ही बेदी ने कहा कि जिस पार्टी ने जनलोकपाल विधेयक का समर्थन नहीं किया उसे हाल ही में हुए हिसार लोकसभा चुनावों में मुंह की खानी पड़ी।
‘एक्सएलआरआई स्कूल ऑफ बिजनेस एंड ह्यूमन रिसोर्सेज’ में आयोजित ‘आइडिया समिट’ में एक वक्तव्य देते हुए टीम अन्ना की सदस्य बेदी ने कहा, ‘अगर सरकार अपना वादा पूरा करने में नाकाम रहती है तो हम आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।’ लोकपाल विधेयक की मांग को जायज ठहराते हुए उन्होंने कहा कि अगर यह प्रभाव में आता है तो प्रधानमंत्री भी इसके दायरे में आएंगे और जांच शुरू करने के लिए सरकार की मंजूरी नहीं लेनी होगी।
उन्होंने कहा कि नौकरशाही की मिलीभगत के बगैर भ्रष्टाचार संभव नहीं है।
हवाला कांड में जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा का हवाला देते हुए बेदी ने कहा, ‘आईएएस, आईपीएस और अन्य की मिलीभगत के बिना कोई भ्रष्टाचार संभव नहीं है। मुझे पक्का यकीन है कि नौकरशाहों के अनुमोदन या उनकी जानकारी के बगैर राजकीय कोष से एक पैसा नहीं निकाला जा सकता।’
(एजेंसी)
First Published: Saturday, November 12, 2011, 20:29