Last Updated: Saturday, July 20, 2013, 00:17
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के मंत्री मदन मित्रा ने दावा किया कि अगर उनके पास शक्ति होती तो वह राज्य निर्वाचन आयुक्त (एसईसी) को हटा चुके होते। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग पंचायत चुनावों में विपक्षी दलों के साथ षड्यंत्र कर रहा है।
परिवहन मंत्री मित्रा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘अगर मेरे पास कोई ताकत होती तो मैं राज्य के निर्वाचन आयुक्त को हटा चुका होता। लेकिन दुर्भाग्य से मेरे पास ऐसी कोई शक्ति नहीं है। एसईसी को इस बात की अधिक चिंता है कि किस तरह माकपा और कांग्रेस को विजयी बनाया जाए।’
मित्रा ने कहा, ‘हमें उनका खेल समझने में वक्त लगा कि किस तरह कानून की खामियों का फायदा उठाकर एसईसी षड्यंत्र में संलिप्त हैं।’ पार्टी सांसद तपस पाल और बीरभूम जिला के अध्यक्ष अनुब्रत मंडल के विवादास्पद बयानों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘पंचायत चुनावों में कई लोगों की जान गई लेकिन एसईसी इस बारे में बामुश्किल सोचती है लेकिन अनुब्रत मंडल और तपस पाल ने जो कहा उसको लेकर संवाददाता सम्मेलन करना ज्यादा गंभीर मामला है।’
उन्होंने कहा, ‘एसईसी के कारण पिछले कुछ महीने से सरकारी दफ्तरों में कामकाज में प्रगति नहीं हो रही है । एक टेबल से दूसरे टेबल तक एक भी फाइल नहीं जा पा रही है।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 20, 2013, 00:17