Last Updated: Sunday, December 30, 2012, 19:02
बलिया : दिल्ली गैंगरेप की पीड़िता की आज एक तरफ दिल्ली में अन्त्यष्टि हो रही थी तो दूसरी तरफ उसके पुश्तैनी गांव के लोग मातम में डूबे हुए थे। ग्राम प्रधान ने बताया कि ग्रामवासियों को उम्मीद थी कि उनकी साहसी बेटी का अंतिम संस्कार गांव में ही होगा।
पीड़िता के चाचा ने बताया कि दिल्ली में अन्त्येष्टि भले ही हुई है, लेकिन अन्य समस्त कार्यक्रम पैतृक ग्राम में ही सम्पन्न होंगे। उन्होंने बताया कि पीड़िता का पूरा परिवार अगले दो दिन में दिल्ली से घर आ जाएगा। उन्होंने बलात्कारियों को फांसी दिये जाने की मांग करते हुए विश्वास जताया कि मीडिया की सकारात्मक भूमिका से देश में जिस तरह का माहौल बना है, उससे परिवारजनों को पूरा भरोसा है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा अवश्य होगी।
मीडिया की भूमिका की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलने तक मीडिया अपनी भूमिका का निर्वहन करता रहेगा। बिहार एवं उत्त्तर प्रदेश की सरहद से सटे जिला मुख्यालय से तकरीबन 45 किलोमीटर दूर नरही थाना क्षेत्र में स्थित इस गांव का माहौल आज पूरी तरह गमगीन रहा। आज भी घरों में चूल्हे नहीं जले। मातमी सन्नाटा छाया रहा। महिलाओं, बच्चों के करूण क्रंदन से ग्राम में आने वाले लोगों की भी आंखे नम हो जा रही थी और पीड़िता की चचेरी बहन दहाड़े मारकर रो रही थी।
गांव के लोगों ने बताया कि कल शाम को पीड़िता के घर जब पुलिस अधिकारी पहुंचे तो लोगों को ऐसा आभास हुआ कि उनकी बहादुर बेटी का गांव में ही पार्थिव शरीर आएगा, लेकिन आज सुबह जैसे ही लोगों को यह सूचना मिली कि दिल्ली में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया, पूरे गांव में कोहराम मच गया। बुजुर्ग, बच्चे एवं महिलाओं का ताता लग गया, सभी बिलख रहे थे। गांव की महिलाएं दिल्ली एवं केन्द्र से बेहद नाराज नजर आयीं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 30, 2012, 19:02