Last Updated: Friday, August 30, 2013, 22:41
नई दिल्ली : दिल्ली के संतों का जत्था अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा करने शुक्रवार सुबह 11 बजे राजघाट के पास स्थित हरिहर उदासीन आश्रम से अयोध्या के लिए रवाना हुआ। दर्जनों संत विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य महंत नवल किशोर दास की अगुवाई में यात्रा पर निकले।
दिल्ली से निकलने के बाद ये संत जैसे ही उत्तर प्रदेश की सीमा पर पहुंचे, उन्हें गाजियाबाद पुलिस ने रोक लिया और लिंक रोड थाने ले गई। संतों के साथ विहिप दिल्ली के संयुक्त महामंत्री रामकृष्ण श्रीवास्तव, मंत्री रामपाल सिंह यादव, प्रांत धर्माचार्य संपर्क प्रमुख इंद्रजीत लूथरा के साथ कई कार्यकर्ताओं ने संतों के नेतृत्व में थाने के बाहर प्रदर्शन कर गिरफ्तारी दी। इसके बाद गाजियाबाद पुलिस उन्हें ससम्मान दिल्ली स्थित आश्रम में छोड़ गई।
संतों को अपने आराध्य प्रभु राम की जन्मस्थली की परिक्रमा से रोके जाने पर विहिप ने उत्तर प्रदेश सरकार की तीखी निंदा करते हुए इसे धर्म और संविधान विरोधी दमनकारी कदम बताया है। विहिप दिल्ली के महामंत्री सत्येंद्र मोहन ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार मुस्लिम जेहादी कट्टरपथियों के हाथों की कठपुतली बन चुकी है। उसकी मानसिकता अब पूरी तरह से हिंदू द्रोही बन गई है।
विहिप (दिल्ली) के मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने बताया कि हाथों में भगवा झंडे तथा चिमटा व त्रिशूल लिए संतों की दिल्ली से विदाई से पूर्व विहिप (उत्तर भारत) के संगठन मंत्री करुणा प्रकाश, झंडेवालान विभाग अध्यक्ष जगदीश चंद्र अग्रवाल, मंत्री रविदत्त, बजरंग दल के संयोजक श्याम कुमार तथा जिला मंत्री मंगल पांडेय सहित कई रामभक्तों ने माला पहना कर भव्य स्वागत किया। संतों का कहना है कि वे गिरफ्तारी से डरने वाले नहीं हैं। उनका दूसरा जत्था शनिवार सुबह 11 बजे दिल्ली के पहाड़गंज से चलेगा जिसे महामंडलेश्वर स्वामी राघवानंद रवाना करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 30, 2013, 22:41