Last Updated: Wednesday, August 29, 2012, 13:45

नई दिल्ली : राजधानी में बुधवार को इस मानसून की सबसे अधिक बारिश होने के कारण दिल्ली तर-ब-तर हो गई। भारी वर्षा के कारण हुए जल जमाव और धीमे यातायात से यात्रियों को हालांकि भारी परेशानी का भी सामना करना पड़ा।
आज सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली में 59.5 मिली मीटर वष्रा दर्ज की गयी है। यह एक दिन में हुयी सबसे अधिक वष्रा है। 21 अगस्त को शहर में 54.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी जो एक दिन में इस मानसून के दौरान अभी तक हुई सबसे अधिक वर्षा थी। पुल प्रहलादपुर में रेलवे पुल के नीचे चार फुट पानी जमा है जबकि दुर्गापुरी चौक से लोनी बॉर्डर, डाबरी, मां आनंद मई मार्ग, कालकाजी, गोविंदपुरी, खानपुर, हमदर्द नगर, ग्रेटर कैलाश -1 और आनंद पर्वत पर यातायात की गति धीमी है।
पुलिस ने बताया कि ‘चौड़े और गहरे गड्ढ़ों के कारण भी यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सरिता विहार मेट्रो स्टेशन और बदरपुर से आश्रम जाने वाले मार्ग पर भी यातायात पर असर पड़ा है। सड़क पर गड्ढ़ों और जल जमाव के कारण एंड्रयूजगंज, लोधी फ्लाईओवर, लाला लाजपत राय मार्ग, महिपालपुर, हरि नगर, आईआईटी क्रासिंग से अधचीनी, युसुफ सराय मार्केट, मुनिरका फ्लाईओवर, बदरपुर बॉर्डर, वजीरपुर औद्योगिक इलाका और अशोक विहार में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
इस महीने के शुरूआत में मानसून में 43 फीसदी की कमी थी जो 20 अगस्त के बाद हुयी भारी बारिश के कारण घटकर 20 फीसदी से भी कम रह गई है।
इस महीने 328 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है जो पिछले 12 सालों के दौरान अगस्त महीने में हुई दूसरी बड़ी बारिश है। अगस्त 2010 में शहर में 455.1 मिली लीटर वष्रा दर्ज की गई थी। छह जुलाई से शुरू हुए मानसून के दौरान शहर में कुल 478.4 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है। 1961 के अगस्त महीने में 583.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी थी जो एक रिकार्ड है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 29, 2012, 12:24