Last Updated: Wednesday, September 11, 2013, 19:43
आगरा : समाजवादी पार्टी ने बुधवार को शुरू हुई दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण चर्चा में रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां को अब जरुरत से ज्यादा तव्वजो नहीं दिये जाने के साफ संकेत दिये हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने आज यहां कार्यकारिणी बैठक के पहले सत्र के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान इस बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में दो टूक कहा, ‘कार्यकारिणी में 106 सदस्य हैं। 26 नहीं आए तो इससे क्या फर्क पड़ता है।’ समाजवादी पार्टी का प्रमुख मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले आजम खां ने पिछले दिनों विश्व हिन्दू परिषद के नेता अशोक सिंघल से पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव की मुलाकात पर खुलेआम नाराजगी जतायी थी और चर्चा हैं कि वे मुजफ्फरनगर में पिछले शनिवार को भड़की साम्प्रदायिक हिंसा से निपटने को लेकर सरकार के तरीके को लेकर भी असंतुष्ट हैं।
सपा महासचिव रामगोपाल ने आजम की अनुपस्थिति के बारे में पूछे गए सवाल का जिस लहजे में जवाब दिया, उससे यह लगता है कि पार्टी अब उन्हें बहुत ज्यादा महत्व देने के ‘मूड’ में नहीं है। सपा नेता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह उत्तर प्रदेश में अपना आधार बढ़ाने के लिए समाजवादी पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ भी कर सकती है।
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस जानती है कि समाजवादी पार्टी को कमजोर किये बिना वह उत्तर प्रदेश में कुछ भी कर नहीं पाएगी इसलिए वह हमें नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ भी कर सकती है।’ यह पूछे जाने पर कि यदि परिस्थितियां पैदा हुई तो क्या सरकार के गठन में समाजवादी पार्टी पुन: कांग्रेस को समर्थन दे सकती है, रामगोपाल ने कहा कि वे इस काल्पनिक सवाल का उत्तर देना उचित नहीं समझते। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 11, 2013, 19:43